देवरानी दाई बना बड़े हादसे का पर्यटन स्थल,यहां घूमने आए चार लोग पानी में डूबे,युवती सहित दो युवक की हुई मौत चारो तरफ पसरा मातम
दमुआ
संवाददाता
पर्यटन स्थल देवरानी दाई मे हुआ बड़ा हादसा
देवरानी दाई में घूमने आए चार डुबे युवती सहित दो युवक की मौत एक अन्य युवक गंभीर घायल।
परासिया/ विधानसभा क्षेत्र परासिया के पगारा के अंतर्गत पर्यटन स्थल देवरानी दाई में शनिवार की सुबह एक दर्दनाक हादसे में 3 लोगों की डूबकर मौत हो गई। मृतकों में एक युवती एवं दो युवक शामिल है ।
घटना में एक अन्य युवक भी डूबा लेकिन उसकी जान बच गई गंभीर अवस्था में उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जानकारी के अनुसार चांदामेटा के वार्ड क्रमांक सात में रहने वाले मालवीय परिवार में जवारे बोए थे। जिसके विसर्जन को लेकर छिंदवाड़ा से रिश्तेदार भी आए हुए थे ।शनिवार की सुबह कुछ लोग पर्यटक स्थल देवरानी दाई गए थे । इसी दौरान जलप्रपात में सबसे पहले छिंदवाड़ा निवासी युवती स्नेहा निर्मलकर उर्फ डिंपल 23 वर्षीय का पैर फिसलने पर वह नदी मैं डूब गई। युवती को बचाने के चक्कर में छिंदवाड़ा निवासी युवक पवन रजक (21 वर्ष) एवं चांदामेटा निवासी युवक ऋतिक मालवी (25) वर्ष भी डूब गया।
इसी दौरान बचाने के लिए एक अन्य युवक योगेश मालवी पानी में डूबा घटना की सूचना मिलते ही विधायक सोहन वाल्मीक सहित प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी देवरानी दाई पहुंचे। तैराको की मदद से प्रशासन ने जब चारों को पानी से बाहर निकलवाया तो जिसमें स्नेहा पवन और रितिक की मौत हो चुकी थी ।गंभीर रूप से घायल अन्य युवक योगेश मालवीय को जिला अस्पताल भेजा गया।
वहीं तीनों मृतकों के शवों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया इस घटना को लेकर सोहन वाल्मीक पूर्व विधायक ताराचंद बावरिया सौरभ भंवरिया एस, डी ,एम मनोज कुमार प्रजापति सहित काफी संख्या में लोग इकट्ठे हो गए। बाद में पुलिस ने नगर के मोक्ष धाम में तीनों मृतकों के शव का पोस्टमार्टम कराया जिसमें कि अंतिम संस्कार के लिए स्नेहा और पवन के शव को छिंदवाड़ा भेजा। वही रितिक का शव चांदामेटा लाया गया।
-/बीएमओ के खिलाफ भड़का गुस्सा/।
घटना को ले कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रमोद वाचक के खिलाफ जनता में जमकर गुस्सा भड़क
गया। सबसे ज्यादा आक्रोशित विधायक वाल्मीकि दिखाई दिए। विधायक बाल्मीकि का कहना था उन्होंने सुबह 11:00 बजे मोबाइल से फोन कर ्डा प्रमोद बाचक को घटना की सूचना देते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आवश्यक स्वास्थ्य व्यवस्था तैयार रखने के बारे में कहा था। लेकिन जब यह मृतकों के शवों को लेकर 1 घंटे बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परासिया पहुंचे तो खंड चिकित्सा अधिकारी वहां मौजूद नहीं थे। साथ ही बी एम ओ ने स्टाफ कर्मचारियों को भी घटना की कोई सूचना नहीं दी जिसके कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्टेचर, ऑक्सीजन, सिलेंडर एवं एंबुलेंस की कोई व्यवस्था नहीं थी।
इस अवस्था को लेकर बीएमओ के खिलाफ जमकर माहौल गरमा गया। बीएमओ की गंभीर लापरवाही को लेकर विधायक सोहन वाल्मीकि ने जिला कलेक्टर सीता पटेल एवं जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी जी, सी,चौरसिया से एबीएमओ की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
बाद में पता चला कि बीएमओ दोपहर 3:00 बजे मोक्ष धाम में पोस्टमार्टम के दौरान पहुंचे इस बारे में बी, एम ओ,उनका कहना है कि एक जरूरी सरकारी कार्य से छिंदवाड़ा चले गए थे जबकि सूत्रों का कहना है ।कि ,बी ,एम ओ को छिंदवाड़ा में कोई जरूरी काम था ही नहीं वे परासिया क्षेत्र में ही थे लेकिन जानबूझकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं आए।
संवाद: तकिम अहमद