थाने से ग्रील तोड़कर भागा पुलिस निलंबित

बिहार सहरसा

सहरसा में अपराधी ग्रिल तोड़कर थाने से भागा, CCTV में वारदात कैद, दो पुलिसकर्मी निलंबित

सहरसा:बिहार के सहरसा जिले के बलवाहाट थाना से एक शातिर अपराधी ने पुलिस की कड़ी सुरक्षा को चुनौती देते हुए फिल्मी अंदाज में फरार हो गया। इस घटना ने पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया है।

फरार आरोपी का नाम जितेन्द्र कुमार उर्फ जीतू है। वह खगड़िया जिले के मानसी थाना क्षेत्र के खूटिया गांव का निवासी है। उस पर मानसी रेल थाना कांड में गोलीबारी का मामला दर्ज है और वह लंबे समय से वांछित था।

.हाजत से अपराधी फरार:*

आरोपी को सावन के अंतिम सोमवार को बाबा मटेश्वर मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद उसे बलवाहाट थाना लाया गया और हाजत में बंद किया गया.। लेकिन कुछ ही घंटे बाद उसने हाजत की लोहे की ग्रिल तोड़कर फरार हो गया. यह पूरा घटनाक्रम थाने में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया है।. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि आरोपी कितनी तेजी से हाजत से निकलकर भागा।

.दो पुलिसकर्मी निलंबित:

पुलिसकर्मियों को आरोपी की फरारी का कोई संकेत नहीं मिला. ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी पूरी तरह से लापरवाह साबित हुए। थानाध्यक्ष मनीष कुमार जब मेला ड्यूटी से लौटे और हाजत का निरीक्षण किया तब जाकर इस गंभीर चूक का पता चला. इसके बाद थानाध्यक्ष ने अपने बयान पर FIR दर्ज कराई।

पुलिस प्रशासन की कार्रवाई:

एसपी हिमांशु कुमार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए ओडी इंचार्ज सहायक अवर निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार और चौकीदार बुच्ची पासवान को निलंबित कर दिया है।. साथ ही अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका की भी जांच जारी है। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।

.आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है

.थाने से कैदी के भागने की इस घटना को सुरक्षा में गंभीर चूक मानते हुए सभी थाना प्रभारी को सतर्क रहने और हाजत की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।

आलोक कुमार, SDPO

संदेह और छानबीन: पुलिस को संदेह है कि फरारी पूर्व नियोजित योजना के तहत की गई है।
. यह भी जांच की जा रही है कि कहीं आरोपी को थाने के अंदर से मदद तो नहीं मिली। जिले के सभी रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और सीमावर्ती इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई है। एसडीपीओ ने सभी थाना प्रभारी को सतर्क रहने और हाजत की सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश दिए हैं।

संवाद; डी आलम शेख

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