ताज्जुब की बात है 90%ईमानदारी से कार्य करनेवाला सरकारी लोकनिर्माण विभाग गरिमा में कार्य कर रहा है?

संवाददाता
विनोद सूर्यवंशी

लोक निर्माण पीडब्ल्यूडी को बधाई*
90% ईमानदारी से कार्य करने वाला सरकार का लोक निर्माण विभाग गरिमा में कार्य कर रहा है!

धन्यवाद सभी वरिष्ठ अधिकारी कर्मचारी बहुत ही गंभीरता से कार्य करते चले आए हैं लगभग 90% एक बड़ी संख्या में लोग इस विभाग में ईमानदारी से कार्य कर रहे हैं।सरकार में बैठे उन अधिकारियों को भी ईमानदारी से कार्य करना चाहिए जिनकी अपनी जिम्मेदारी बनती है वरिष्ठ समाजसेवी हमारे विभाग में मिलने के लिए आते हैं।

हम उन्हें जानकारी ना देते हुए और ना ही समय देते हुए उनका ध्यान भी नहीं देते हैं ऐसे हमारे लोक निर्माण के वरिष्ठ अधिकारी चीफ इंजीनियर में एक नाम श्री नरेंद्र कुमार पीडब्ल्यूडी के अधिकारी का है इनको भी लोगों ने ईमानदारी से कार्य करते देखा है।
पता नहीं आजकल कुछ अलग ही मिजाज हो गया है। जब भी हमारे मध्य प्रदेश की राजधानी के वरिष्ठ समाजसेवी हो या समाज के चौथे स्तंभ का व्यक्ति जाता है उन्हें भी आजकल नजर अंदाज करने लगे हैं।

श्री नरेंद्र कुमार जी अपनी जिम्मेदारी और गंभीरता से भटक पर नजर आ रहे हैं वरिष्ठ कर्मचारी अधिकारियों की यह शिकायत के साथ अब समाज का चौथा स्तंभ को भी यह शिकायत नजर आने लगी है।
पिछले 2 महीने पहले लिखित में एक शिकायत श्री नरेंद्र कुमार जी को दी मगर उन्होंने आज तक उस पर बहुत ही गंभीरता से ध्यान ना देते हुए कर्मचारियों का शोषण ही करने वाले को पनाह दिया है।

छोटे कर्मचारियों के साथ भेदभाव किसी भी हालत में प्रदेश का मीडिया बर्दाश्त नहीं करेगा प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों से एवं शासन के वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों से निवेदन है माननीय मुख्यमंत्री जी प्रभारी मंत्री जी पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर और प्रदेश की वरिष्ठ शासकीय जांच एजेंसी व पुलिस विभाग के वरिष्ठ कर्मचारी अधिकारी से निवेदन है कि अविलंब इमानदारी से ईमानदार अधिकारी की टीम बनाकर पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों के साथ हो रहे शोषण की अविलंब सार्वजनिक पारदर्शिता के साथ जांच की मांग करता है। एमपी प्रेस क्लब भोपाल मध्य प्रदेश कर्मचारियों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

शासकीय कर्मचारियों के साथ लोक निर्माण के वरिष्ठ अधिकारियों ने जरा भी अन्याय किया तो अब हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। अप्रैल माह में एक बड़ा आंदोलन के रूप में कदम उठाने के लिए विवश ना करें मजबूर ना करें। बार-बार रिक्वेस्ट है कि इसकी जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए जो निवेदन प्रार्थना पत्र जो मांग उनके अपने अधिकार की है जो पूर्व में श्री नरेंद्र कुमार ने श्रीमती ममता पत्नी स्वर्गीय श्री भगवानदास कार्यभारित स्वीपर का पेंशन का आपत्ति दिनांक 18 जून 2022 डेढ़ साल उपरांत भी प्रवीण शर्मा कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग संभाग क्रमांक 1 सैड नंबर 7 जवाहर चौक भोपाल द्वारा आज दिनांक तक पेंशन पारित नहीं कराई गई है एवं नियमित स्थापना के कर्मचारियों को मेडिकल बिलों का भुगतान आपके द्वारा आवंटन देने के उपरांत भी आधे कर्मचारियों का भुगतान नहीं किया गया है।

सभी का एक समान नहीं किया गया जिसका मेडिकल बिल पहले से रिसीव हुआ है उसी हिसाब से नहीं किया गया। जबकि नियमानुसार आवंटन के हिसाब से बराबर भुगतान किया जाना था लेकिन मुंह देखकर कार्य किया जा रहा है। एवं कार्यभारित कर्मचारियों के चिकित्सा देयकों में आपके द्वारा आवंटन देने के उपरांत भी केवल संबंधित लिपि द्वारा श्री इमरान खान कमर अहमद शैतान सिंह पंचराम भवरलाल श्रीमती सुमन श्रीवास्तव के एल विश्वकर्मा एवं प्रेम श्रीवास्तव का ही भुगतान किया गया था।
शेष कर्मचारियों का नहीं किया गया है जबकि आपके द्वारा स्पष्ट आदेश है कि जो भी आवंटन है वह बराबर भुगतान किया जाए मुंह देखकर नहीं।

इन कर्मचारियों का भुगतान कर दिया गया है
श्री कमलेश मालवीय, श्री दिनेश मालवीय, श्री लीला मैया, उपयंत्री श्रीमती मीना टाइम कीपर, इन कर्मचारियों का भुगतान नहीं कर रहे हैं।
श्रीमती सरस्वती चौहान ग्रेड 3, श्री काले बाबू ग्रेड 3 ,,श्री बड़सैया उपयंत्री श्री ताजुद्दीन भरत।
सारे आदेश की कॉपियां श्री नरेंद्र कुमार जी को दे दी गई है। वरिष्ठ पत्रकार के माध्यम से धन्यवाद के साथ लोक निर्माण में बेहतर कार्य करने के लिए धन्यवाद के साथ उसके उपरांत भी श्री नरेंद्र कुमार जी ने रुचि नहीं दिखाई है। उन्होंने जो कदम उठाए ।हैंसचमुच में चिंता का गंभीर विषय है कि पीडब्ल्यूडी में इतनी बड़ी संख्या में ईमानदार पढ़े-लिखे समझदार अधिकारी होने के बावजूद भी यह घटना क्यों घट रही है और क्यों बढ़ावा दिया जा रहा है ? पक्षपात को यह एक समझने का गंभीर विषय है।

इस विषय को मध्यप्रदेश सरकार को बहुत बड़ी भारी गंभीरता से लेना चाहिए आज हमारे प्रदेश में विकास रेलिया निकल रही है धन्यवाद के पात्र है सभी विधायक मंत्री मुख्यमंत्री और वरिष अधिकारी कर्मचारी जिनकी कड़ी मेहनत से आज मध्यप्रदेश में विकास की गंगा बह रही है और 10% शासकीय कर्मचारियों को और भी गंभीरता से और इमानदारी से लगे जनता के साथ राष्ट्रहित में प्रदेश की विकास के हित में देखते हुए हमारे कर्मचारियों के साथ न्याय की आज आवश्यकता है।

मध्यप्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी कर्मचारी और जनप्रतिनिधि से और भारत सरकार के प्रधानमंत्री और केंद्र मंत्री से भारत के महामहिम राष्ट्रपति महोदय से इस विषय में जांच के लिए अनुरोध करूंगा कि जो शासकीय कर्मचारियों के साथ अन्याय हो रहे हैं पक्षपात हो रहे हैं।भ्रष्टाचारी का नाम तो मैं नहीं लूंगा वह ठीक नहीं रहेगा। इसलिए आज के बाद दारी से जांच करवाने की आवश्यकता है। भोपाल मध्य प्रदेश में धन्यवाद सभी वरिष्ठ कर्मचारी अधिकारी विधायक सांसद जनप्रतिनिधियों का हृदय से धन्यवाद राष्ट्रीय ईमानदारी से जांच की अविलंब जरूरत है।

एमपी प्रेस क्लब पारदर्शिता के साथ अभिलंब वरिष्ठ अधिकारियों की टीम बनाकर जांच करवाना चाहते हैं कर्मचारियों के साथ घोर अन्याय अपराध बर्दाश्त नहीं।

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