झट पट लॉटरी तथा ऑन लाइन लॉटरी की आड़ में इस पुलिस थाने की मिलीभगत में धड़ल्ले से चल रहा मटका जुआ,पुलिस को कार्रवाई से है परहेज?
कल्याण डोंबिवली
एमडी डिजिटल न्यूज चैनल और प्रिंट मीडिया
एडमिन
ऑन लाइन तथा अवैध लाटरियों की आड़ में चल रहा रनिंग मटका का गोरख धंधा
कल्याण डोंबिवली
माननीय उच्च न्यायालय तथा राज्य प्रशासन द्वारा दिए गए सख्त आदेशों को कूड़े दान में डाल कर पुलिस की सेटिंग में अवैध लॉटरी माफिया चला रहे है बेखौफ मटका बाजार।
झटपट लॉटरी की आड़ में जगह जगह फल फूल रहा है रनिंग मटके का गोरख धंधा।
मिली पुख्ता जानकारी के मुताबिक थाना उपनगर कल्याण से सटे डोंबीवली पूर्व,और वेस्ट क्षेत्रीय विष्णु नागर पुलिस की आंख के नीचे कई अवैध झटपट क्रेश लाटरियों दुकानों की भरमार है।इतना ही नहीं इस अवैध तथा बोगस कंपनी की लॉटरी की आड़ में ऑन लाइन राइटिंग में रनिंग मटका जुआ धड़ल्ले से चलाया जाने के प्रमाण सामने आए है।
गौर तलब है कि डोंबिवली पूर्व क्षेत्रीय डोंबिवली राम नगर पुलिस की मिलीभगत मैं डोंबिवली रेलवे स्टेशन के सामने पाटकर रोड स्थित पर गणेश कोलड्रिंक एन टी केंटीन मौजूद है। जिस के ठीक बाजू में लॉटरी एवं मटका माफिया राजू चौहान शख्स की बोगस कंपनी की अवैध झटपट लॉटरी की दुकान मौजूद है। यहां रोजाना हजारों रुपए की झटपट लॉटरी की खपत समेत आठ से दस राइटरों के माध्यम से लॉटरी की आड़ में राइटिंग में मटका जूए को बखूबी अंजाम दिया जा रहा है।
सबसे अहम बात तो ये है कि इस मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस को खासे रहते हुए भी शिकायत करने पर भी यहां की डोंबिवली पुलिस माफिया राजू चौहान के द्वारा चलाए जा रहे गोरख धंधे के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उलट इसे संरक्षण देने की ड्यूटी निभा रही है। इतना ही नहीं शिकायतकर्ता को महज ही पुलिस स्टेशन बुला कर प्रताड़ित करती है। झूठे आरोप दागकर खंडनी केस में फंसाने की धमकी दी जाती है। मतलब साफ है कि स्थानीय पुलिस को पैसे की दम पर लॉटरी एवं मटका माफिया राजू चौहान ने खासे खरीद लिया है। इसी कारण उसके कहने पर ही पुलिस कार्रवाई के बजाय हर वक्त अनदेखी करते हुए जुआ माफिया को संरक्षण दिए जा रही है।और अवैध गोरख धंधे के खिलाफ कोई कार्रवाई नही करती?
इस मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस के सीनियर पी आई गीते साहब को भी अच्छी तरह से मालूम है। पिछले कुछ समय पर हमने उनको मोबाइल पर काल कर शिकायत करने की दो तीन बार कोशिश की जबकि उनके फोन की रिंग बजती है पर उन्हों ने हमारा काल रिसीव करना जरूरी नही समझा?
दूसरी तरफ स्थानीय पुलिस को अगर कोई कल्याण कंट्रोल में शिकायत करता है तो वहां पर भी शिकायतकर्ता को पुलिस स्टेशन जानें को कहां जाता है। इसका मतलब साफ़ है कि मटका लॉटरी माफिया की नीचे से लेकर ऊपर तक खासे सेटिंग बनी रही है।यही वजह है कि खाकी से लेकर सफेद पोश तक इस माफिया के खासे कनेक्शन जुड़े रहे है ।इस लिए मजाल क्या है किसी की कि इसके खिलाफ कार्रवाई की कोशिश कर कामयाब हो यहां तो परिंदा भी पर नही मार सकता?
इसी तरह डोंबिवली वेस्ट महात्मा गांधी रोड रेलवे स्टेशन के सामने पर स्थित स्थानीय विष्णु नागर पुलिस ठाणे की खासे मिली भगत से तीन से चार जगह पर अवैध और बोगस झटपट लाटरियो की दुकान मौजूद है। उसकी आड़ में राइटिंग में रनिंग मटका जूए को बखूबी अंजाम दिया जा रहा है।
इस मामले मे ऐसा बताया जा रहा है कि आएं दिन लालच की फिराक मै पैसेंको दुगना करने की चक्कर में मटका जुआरी, गरीब तबके के मजदूर लोग इस झटपट लॉटरी के खेल के आदि बनते जा रहे है।जिसकी वजह से रोजनदारी, महाना मिलने वाली तनख्वाह को लालच में आकर र इस खेल में दाव पर लगाते हुए सब कुछ हार कर अपने खून पसीने का वेतन और डेली कमाई को भी व्यर्थ में गवा कर महज कंगाल होते जा रहे है। उधर उनके कई परिवार भूखों मर ने को मजबूर है।तो मटका और लॉटरी माफिया राज्य प्रशासन का हजारों रुपए राजस्व को चुना लगा कर हर माह मोटी रकम गबन कर के मालामाल होते जा रहे है।
स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से यहां बेखोफ चल रहे ऐसे गोरखव धंधे की वजह से आएं दिन नशेड़ियों और गुंडे मवालियो जैसे कुछ असमजिक तत्वों के लोगों की भी अक्सर आवाजाही लगी रहती है।ऐसे में क्षेत्र मै चेन स्नेचिंग चोरिया,लूटमार,छीना झपटी,मारामारी, खून खराबा,
डाकाजनी,और कई खतरनाक
जैसी वारदातों में रोजाना इजाफा होता जा रहा है।
यहीं वजह है कि पुलिस प्रशासन और राज्य प्रशासन के जिम्मेदारों से हमारी अपील है कि इस गंभीर मामले को सख्ती से संज्ञा में लिया जाए और मौजूदा गोरख धंधे को तुरंत बंद कराए जाए।