जिन्हो ने कूफा से इमाम हुसैन रदी अल्लाह हु अन्हू को लिखा था खत क्या लिखा था , जाने आखिर है कोन इतनी बड़ी ये शख्सियत?
एमडी न्यूज चैनल टीम
संवाददाता मो अफजल इलाहाबाद
क्या आप हज़रत सुलेमान बिन सुरद कूफ़ी रदी अल्लाहु तआला अन्हु को जानते हैं जिन्होंने कूफ़ा से इमाम हुसैन रदी अल्लाहु अन्हु को खत लिखा था।
इमाम हाकिम अल-मुस्तदरक में उनका तार्रुफ़ एक रिवायत में इस तरह पेश करते है:-
मोहम्मद बिन उमर फ़रमाते हैं कि सुलेमान बिन सुरद बिन जौन बिन अबु जौन ही अब्दुल उज़्ज़ा बिन मुनक़िज़ बिन रबीआ हैं। उनकी कुन्नियत अबु मुतर्रिफ़ थी। उन्होंने इस्लाम क़ुबूल किया और रसूले पाक सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की सहाबियत अख्तियार की थी।
उनका नाम यसार था जब उन्होंने इस्लाम क़ुबूल किया तो नबी पाक ने उनका नाम सुलेमान रख दिया।
बता देकि वह अपनी क़ौम के बुज़ुर्ग और बहुत इज़्ज़त वाले शख्स थे। जब मुसलमान कूफ़ा गये तो यह भी वही चले गये थे। जंगे सिफ़्फ़ीन में मौला अली के साथ शामिल थे। फ़िर यह खूने हुसैन का बदला लेने निकले थे और चार हज़ार लोग इन के मातहत थे। लेकिन बा किस्मती कहिए या हुक्मे रब्बी कहिए दुष्मनने दिन द्वारा हज़रत सुलेमान शहीद कर दिये गये। इनका कटा हुआ सर मरवान बिन हकम को भेजा गया जब यह शहीद हुए उस वक़्त इनकी उम्र 93 साल थी।
हदीस नम्बर: 6255