जा मेहुल निकल जा देर न कर वक्त सुहाना है अपनी जिंदगी में मजे कर और हमे भी हमारा हिस्सा दिया कर
जा मेहुल जा, जी ले अपनी जिंदगी मजे कर और मुजे मेरा हिस्सा देते जा
एक देश है फ्रांस, अजी वही राफेल बनाने वाला, जहां के राष्ट्रपति से अपने विषगुरु का खासा याराना बताया जाता है, और वहीं पर है इंटरनैशनल पुलिस यानी इंटरपोल का केंद्रीय दफ्तर।
जिसने ऐसे महामानव की जरा भी परवाह नहीं की जिसके बारे में भूतपूर्व तड़ीपार राजनेता द्वारा कहा जा रहा था कि उसकी राय जाने बिना दुनिया कुछ नहीं करती।
विषगुरु के “अपने मेहुल भाई” तथा एक अन्य गुजराती हीरा व्यापारी नीरव मोदी द्वारा पंजाब नेशनल बैंक के साथ जनवरी 2018 की शुरुआत में करीब 13 हजार करोड़ रुपये का घोटाला करने का खुलासा हुआ था। इस मामले में 30 जनवरी, 2018 को सीबीआइ ने एफआइआर दर्ज की थी लेकिन उससे पहले ही इस घोटाले के दोनों मुख्य आरोपी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी भारत छोड़कर भाग गए थे। ये घटना सबको जगजाहिर है कोई किसी से छुपी नहीं है।
बता दें कि मेहुल चोकसी ने यहां से भाग कर एंटीगुआ की नागरिकता प्राप्त कर ली थी। जहां वह मई 2018 से रह रहा है। जबकि नीरव मोदी इस समय ब्रिटेन में आलीशान जिंदगी जी रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इंटरपोल ने यह कहते हुए कि ‘चोकसी अगर भारत लौटता है तो उसे फेयर ट्रायल न मिलने का रिस्क है’ मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस वापस ले लिया है।
कुछ बड़े बड़े राज घराने के हस्तियों की मिलीभगत के कारण हमारे देश में लूटमार की घटनाएं घटित कर कुछ वर्षों तक देश से पलायन कर चुके बड़े बड़े लुटेरे विदेशों में आराम फरमा रहे है। वक्त बीतता जा रहा है ऐसे में घटित घटना पुरानी होती जा रही है और लोग उनके किस्से भूल भी जाते है।
इस आदेश के बाद अब मेहुल चोकसी पूरी दुनिया में कहीं भी तीर्थ यात्रा कर सकता है।
देखा आपने, विषगुरु के प्रभुत्व का जलवा! भारतीय दूतावासों से जबरन तिरंगा उतरवा देने की ताज़ा शर्मनाक घटना ने इनके जलवे में जो चार चांद लगा दिये हैं, वह अलग है।