जाने इस बार दस मुहर्रम,यानी यौमे आशूरा को यहां ताजिया निकालने पर क्योंकर मचा बवाल, चली तलवारें, लाठिया और डंडे
बिहार
अलवर संवाददाता
अलवर में ताजिया निकालने को लेकर बवाल, जमकर चले लाठी-डंडे; बीच-बचाव करने आए मजिस्ट्रेट
अरवल: अरवल सदर थाना क्षेत्र के रोजापर गांव में कल के आशूरा के रोज शनिवार को ताजिया पहलाम स्थल पर मोथा गांव के ताजिया जुलूस के दो लाइसेंसधारी अखाड़े एक-दूसरे से पहले जाने को लेकर (पहलाम करने को लेकर) आपस में भिड़ गये।
मुस्लिमों के पवित्र पर्व यौमे आशूरा पर अरवल के इस गांव में दोनों पक्षों के बीच जमकर तलवार और लाठी-डंडे चले। इस झड़प में पांच युवक समेत बीच-बचाव करने आए मजिस्ट्रेट भी बुरी तरह जख्मी हो गए हैं। मजिस्ट्रेट देव ज्योति को होठ पर गहरी चोट आयी है। वहीं, अली इमाम खान के बेटे राजा खान, तेजू खान, गुड्डू खान, चंडू खान के बेटे राजा खान और लादिल इमाम जख्मी हुए हैं।
सदर अस्पताल में भर्ती कराये गये सभी चोटिल
बता देंकि सभी घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल राजा कुमार ने बताया कि दूसरी कमेटी के लोग हम लोगों को ताजिया पहलाम करने के लिए इजाजत नहीं जाने दे रहे थे। इस वजह को लेकर दोनो गुटों में आपसी तनाव के कारण झड़प हो गई जिस में बातचीत के दौरान ही तलवार और लाठी डंडे से मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया ।
क्या बोले पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक मो कासिम ने बताया कि हर साल एक ही गांव के दो कमेटी ताजिया जुलूस निकालते हैं। पहलाम करने को लेकर जिस कमेटी में ज्यादा भीड़ थी उस कमेटी के लोग पहले पहलाम करने लगे। इसे लेकर दूसरी कमेटी के लोगों ने विरोध किया। इनका कहना था कि प्रति वर्ष पहले हमारी कमेटी पहलाम करती है। इसी खिटपिट को लेकर दोनों कमेटी के बीच में लाठी-डंडे चले जिसमें बीच बचाव करने की कोशिश में मजिस्ट्रेट समेत छह लोग जख्मी हो गए।
बढ़ते विवाद को देख गांव में अतिरिक्त सुरक्षा-बल किया तैनात
गांव में अमन और शांति बहाल के लिए पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। मामले को लेकर 11 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी कराई गई है, साथ ही लाइसेंस में उल्लेखित सभी वॉलिंटियर्स के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। मोथा में शांति कायम रखने के लिए दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी बल की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है।
संवाद: डी आलम