चुनाव आयोग का पलटना और राहुल गांधी के आरोपों की स्वीकारोक्ति बनी मोदी= शाह की घबराहट का कारण
विशेष
संवाददाता
फिर पलटा चुनाव आयोग
सुप्रीम कोर्ट में दर्ज होगा सो मोटा केस
प्रमोद जैन पिंटू
दिल्ली हाईकोर्ट के निर्देश के बाद चुनाव आयोग ने तीन क्रमिक चुनावी वर्षों की हरियाणा और महाराष्ट्र की वोटिंग लिस्ट देने के लिए आदेश पारित कर दिया था!
राहुल गांधी ने इसका स्वागत भी किया था और शीघ्र ही डेटा देने की बात कही थी।
लेकिन जैसे ही यह खबरें देश में चर्चा का विषय बनी उसके बाद बताया जाता है अमित शाह ने बिहार का दौरा कैंसिल किया और भारतीय जनता पार्टी की हाई लेवल की कोई मीटिंग हुई।
खबर और सूत्र ही इसके आधार है, क्योंकि ऐसी कोई आधिकारिक सूचना नहीं है।
लेकिन जागरण सहित कुछ अखबारों में यह छपा है कि इलेक्शन आयोग ने यह कहा है वोटर लिस्ट तैयार करना कठिन काम है और इस पर समय लग सकता है!
सीधी सीधी क्रोनोलॉजी है बिहार चुनाव के पहले तक इसे टाला जाए।
बहरहाल एसोसिएशन ऑफ़ सुप्रीम कोर्ट ने चीफ जस्टिस श्री गवई को पत्र लिखकर सुप्रीम कोर्ट से इस आदेश के उल्लंघन की कोशिश पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा सो मोटा संज्ञान लेने की अपील की है जिसे रजिस्टर कर लिया गया है।
चुनाव आयोग और
मोदी-शाह की यह घबराहट क्या राहुल गांधी के आरोपो की स्वीकारोक्ति है ?
संवाद;पिनाकी मोरे
