कांग्रेस पार्टी की डूबती नाव को बचा ने में राहुल गांधी जी तोड़ मेहनत कर रहे है,अगर मैं राहुल गांधी होता तो क्या करता?
राजस्थान
अगर में राहुल गाँधी होता तो कोटा को पुरे भारत में कांग्रेस के विकास सौंदर्यकरण के विज़न को लेकर पुरे देश में प्रचारित कर, कोटा मॉडल , कांग्रेस का कर्तव्य ,कांग्रेस कोटा विज़न की तरह देश का विकास करती है यही कहकर पुरे देश से कांग्रेस के लिए वोट मांगता। विकास विज़न के लिए शांति धारीवाल अशोक गहलोत की पीठ थपथपाता यह अल्फ़ाज़ एक बुज़ुर्ग ज़िम्मेदार शख्स के हैं ।
यूँ ही मेने बैठे बैठे कांग्रेस के खिलाफ विचरधारा के इन बुज़ुर्ग से राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर विरोधाभासी चर्चा के दौरान जब सीधा सवाल किया कि अगर आप राहुल गांधी होते तो कोटा यात्रा में क्या करते ? तब उन्होंने तपाक से अपने अनुभवों के आधार पर यह जवाब देकर मुझे चौंका दिया। वोह बुज़ुर्ग थे पुलिस ,व्यवस्था राजनीतिक व्यवस्था, किसी भी आई पी के किसी भी शहर में पहुंचने के पहले सुरक्षा स्क्रीनिंग के अलावा सियासी तोर पर यात्रा सफल करने के लिए व्यवस्थाएं देखने प्रचार व्यवस्था सहित अन्य सभी कार्यक्रमों के लिए।, सप्ताह भरपुर ऐसे वी आई पी की विश्वसनीय टीम , पहुंच कर रणनीति बनाती है। माहौल देखती है किन से मिलना है क्या कहना है भाषण किन मुद्दों पर देना है? वगेरा वगेरा की रिपोर्ट तय्यार कर सुझाव देते हैं।
आप राहुल गांधी होते तो कोटा में भारत जोड़ो यात्रा का किस तरह से प्रबंधन करते ,मेरे इस सवाल पर बेबाकी से उनकी विचारधारा के विपरीत बोलते हुए , उन्होंने साफ़ कहा कि चार सालों में कोटा में विकास सौंदर्यकरण सम्पर्क सड़कें , पर्यटन , रोज़गार के अवसर , ओवर ब्रिज , अंडर ब्रिज ,, लालबत्ती मुक्त मार्ग , सहित जो ऐतिहासिक कार्य हुए है वोह इतने से अल्पसमय में भारत के किसी भी राज्य के किसी भी ज़िले में नहीं हुए है।
इन बुज़ुर्ग का कहना था में स्वायत शासन मंत्री , शांति कुमार धारीवाल का वोटर नहीं हूँ , फिर भी में उनके कार्यों का प्रशंसक हूँ।, उनके विकास वीज़न की प्रशंसा करता हूँ । इन बुज़ुर्ग का कहना था कि अगर में राहुल गांधी होता तो कोटा प्रवास के दौरान पूरा दिन गुज़ारता। लाख पचास हज़ार लोगों की बड़ी रैली आमसभा आयोजित करने के निर्देश देता और कोटा में विकास के विज़न को विकास की यात्रा को विकास ,सोंदर्यकरण पर्यटन ,सहित अन्य जो भी कार्य हुए है उन्हें आम जनता के समक्ष आम जनता की अदालत में ब्योरेवार रखता।
में कहता कांग्रेस का पुरे देश में विकास, सौंदर्यकरण का यही कोटा विज़न होगा । इसी कोटा विज़न को मॉडल बनाकर पुरे देश के हर ज़िले , हर विधानसभा , लोकसभा क्षेत्र को , कोटा की तरह आधुनिक, विकसित , खूबूसरत किया जाना भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस का लक्ष्य है , और इसी मॉडल को लेकर पुरे देश में कांग्रेस के हक़ में, में अगर राहुल होता तो वोट मांगता। इन बुज़ुर्ग ने कहा इतना ही नहीं ऐसा काम करने वाले की हौसला अफ़ज़ाई भी करता। ताकि दूसरे मंत्री भी अपने अपने क्षेत्रों में व्यवस्थित नियोजित तरीके से काम करने का विज़न लेकर, उत्साहित होते।
बुज़ुर्ग महोदय का कहना था कि में अगर राहुल होता तो बड़ी बड़ी सभा में ऐसे प्रचार के बाद एक मंच पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोटा के विधायक मंत्री शान्ति कुमार धारीवाल सहित कुछ ज़िम्मेदार पार्टी पदाधिकारियों का विक्ट्री साइन के साथ हाथ ऊँचे करके भविष्य के चुनाव प्रचार के लिए सिम्बॉलिक तस्वीर भी खिचवाता । एक ऐसा शख्स जो अनुभवी है जो सरकारी सिस्टम से जुड़ा रहा है , जो कांग्रेस का वोटर नहीं, जो कांग्रेस के खिलाफ है , उसका भी पोलिटिकल विज़न सैद्धांतिक है ।
लेकिन हमसे हमारे नेताओं से हमारे नेताओं के , वफादारों , सलाहकारों से कहा चूक हुई कोनसी आकस्मिक मजबूरी हुई? जो हमारा कोटा, हमारे कोटा का विकास विज़न राजीव गांधी की प्रतिमा , इंद्रा जी की प्रतिमा , सब कुछ अचानक ,दुखी हो गया
संवाद
अख़्तर खान अकेला