कांग्रेस की नारी सम्मान योजना बनी वोट का साधन,छिंदवाड़ा में महिला प्रत्याशियों को टिकट न मिलने से महिलाओं में आक्रोश ,कमलनाथ के खेमे में बगावत के तेवर

जुन्नारदेव
संवाददाता

मप्र विधानसभा चुनाव 2023

कांग्रेस की नारी सम्मान योजना बनी वोट का साधन

छिंदवाड़ा में किसी महिला को टिकट न मिलने से महिलाओं में निराशा

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ में दिखे बगावत के संकेत,

चौरई, परासिया और जुन्नारदेव में कांग्रेस पशोपेश में

निष्ठावान कांग्रेसजनों की उपेक्षा क्या बनेगी इस्तीफो का कारण

नारी सम्मान योजना रही छलावा, सभी सर्वे रहे दिखावा अब स्पष्ट हुआ कांग्रेस का “भुलावा”

जुन्नारदेव-
आगामी 17 नवंबर 2023 को होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की आंतरिक सरगर्मियां तेजी से बदलती नजर आ रही है। दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के इस गढ़ में अब चुनौतियां लगातार बढ़ती नजर आ रही है, जहां एक और यहां के एकमात्र कांग्रेस सांसद नकुलनाथ उस विधानसभा क्षेत्र में पहुंचकर टिकटों की घोषणा कर दिए जा रहे हैं। इसी को लेकर अब कांग्रेस में दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं।

बीते दिनों परासिया में निवर्तमान विधायक सोहन वाल्मीक को उम्मीदवार घोषित कर दिए जाने के बाद कांग्रेस की उलझन खासी बढ़ती नजर आई, जहां पर कार्यकर्ताओं के द्वारा स्पष्ट विरोध प्रदर्शित कर दिया गया है, तो उधर चौरई में निवर्तमान विधायक सुजीत चौधरी के खिलाफ पार्टी में बंटी पटेल की मजबूत दावेदारी के कारण कांग्रेस नेतृत्व हलाकान हो गया है। इधर जुन्नारदेव में निवर्तमान विधायक सुनील उइके के खिलाफ संगठन के कई आला नेता लामबंद होकर इस्तीफा देने की तैयारी कर रहे हैं। कांग्रेस के इस आदिवासी गढ़ में ऐसा पहली बार देखने में आ रहा है कि कांग्रेस संगठन में बगावत के तेवर दिख रहे हैं।

कांग्रेस की नारी सम्मान योजना संदेह के घेरे में

छिंदवाड़ा के परासिया अनुसूचित जाति विधानसभा क्षेत्र में महिलाओं के लिए प्रारंभ की गई नारी सम्मान योजना को अब महिलाएं संदेह की दृष्टि से देखने लगी हैं। दरअसल इस योजना का छिंदवाड़ा से ही श्री गणेश करने के बाद भी इस जिले से एक भी टिकट का ना देना इस योजना के क्रियान्वयन के भविष्य पर बड़ा सवाल पैदा कर रहा है। इससे महिलाओं में यह स्पष्ट संदेश चला जा रहा है कि यह योजना सिर्फ उनके वोट बटोरने का साधन मात्र है। जिस जिले से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के द्वारा अपनी इस योजना का जमकर ढोल पीटा गया हो और इस जिले से एक भी महिला को टिकट न मिलने से महिलाओं को सशक्त नेतृत्व प्रदान करने की कांग्रेस की यह निष्ठा संदेह के दायरे में है।

कांग्रेस के समस्त सर्वे पर अब उठी उंगलियां

बता दे कि कांग्रेस की टिकट वितरण का आधार यहां होने वाले सर्वो को माना जा रहा है। लेकिन अब यह सर्वे झूठ के जद में आ गए हैं। दरअसल जब इस छिंदवाड़ा-पांढुर्णा संसदीय क्षेत्र की समस्त 7 सीट को रिपीट ही करना पूर्व नियोजित था, तब ऐसे ढेर सारे सर्वे करना एक ढकोसला नजर आ रहा है। जिसको लेकर दावेदार और निष्ठावान कांग्रेसजनों में गुस्सा घर कर रहा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की नारी सम्मान योजना और सर्वे अंततः सब दिखावे और छलावे की चीज माने जा रहे हैं। अब इसमें कोई संदेह नहीं कि निष्ठावान कांग्रेसजनों का यह गुस्सा अपने ही सर्वमान्य नेता के प्रति भी परिलक्षित ना हो जाए?

संवाद
तरुण बत्रा,

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