कांगला बिट वन विभाग दमुआ के अंतर्गत आने वाली नदी से हो रहा रेत का अवैध उत्खनन,पर परिवहन अधिकारी और नाकेदार रहते है गायब

दमुआ
संवाददाता
मनोज डोंगरे

दमुआ। दमुआ वन विभाग के अंतर्गत आने वाली बिट भाकरा मे अवैध रेत, सागौन,मुरम्ब उत्तखनन और परिवहन का काम रात में बेधड़क और जोरो से चल रहा हैं। जबकि सूत्रों का दावा है कि वन विभाग अधिकारी घर मे बैठ कर आराम फरमा रहे है।

कांगला नदी से रेत का अवैध उत्खनन इतना अत्यधिक मात्रा मे हो रहा पुरी नदी को छलनी कर दिया गया। यहां के बिट प्रभारी और नाकेदार या तो घर मे मिलेंगे या फिर बिना छुट्टी लिए अपनी मनमर्ज़ी अपने घर चले जाते है, हाज़री बराबर लग रही बिट पर या आफिस में रहे या न रहे।

भाकरा बिट की पहले भी शिकायत हुई है और खबरे भी प्रकाशन की जा चुकी है परतुं वन विभाग के अधिकारियों के कान में जु तक नहीं रेंगती! दमुआ वन विभाग में रेत, मुरम, सागौन के पेड़ों की कटाई आम बात हो गई हैं। वन विभाग की लापरवाही के कारण पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा हैं। और एक तरफ मध्यप्रदेश ईको पर्यटन अनुभूति कार्यक्रम आयोजित करके वनो को बचाव,पानी को बचाव पेड़ लगाओ जैसे कार्यक्रम आयोजित कर बच्चो को प्रेरणा दी जा रही है। इधर रातो रात जंगल से पेड़ गायब नदी से रेत का अवैध उत्तखनन।

क्या इससे पर्यावरण को सुरक्षा मिलेंगी? जब नदी में रेत ही नहीं रहेगी तो पानी कहाँ से रुकेगा। और पेड़ो की कटाई होगी तो ऑक्सीजन कहाँ से मिलेगा? हाँ ऑक्सीजन मिलेगा पर अस्पताल मे वो भी पैसे देकर।इस बात से वन विभाग को कोई फर्क नहीं पड़ता घर बैठे नौकरी कर रहे किसका क्या जाता है?
डिप्टी रेंजर त्रिपाठी से सम्पर्क किया गया परतुं संपर्क नहीं हो पाया,सब गोलमाल है भाई।

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