कल जब भारत ने पाक पर हमला बोल दिया इसके पीछे खास जाजिशकर्ता कौन,,,
संवाददाता एवं ब्यूरो चीफ
पाकिस्तान पर कब, कहां और कैसे होगा हमला, किसने किया प्लान, किसने दिया फाइनल अप्रूवल? पढ़ें इनसाइड स्टोरी
पहलगाव में हुई 27 बेगुनाह भारतीयों की हत्या का बदला भारत ने ले लिया है. 6-7 मई की दरमियानी रात में भारत के ऑपरेशन सिंदूर से पूरा पाकिस्तान हिल गया. भारत के हमले में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के हेडक्वार्टर तबाह हो गए हैं. 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया था, जहां करीब 900 आतंकी मौजूद थे।
क्या आप जानते हैं कि पाकिस्तान पर इतने बड़े अटैक का अंतिम फैसला लेने वाला शख्स कौन है और किसने ऑपरेशन सिंदूर की कमान संभाली,? आइए आपको बताते हैं ऑपरेशन की पूरी इनसाइड स्टोरी-शुरुआत से अंजाम तक पूरे ऑपरेशन सिंदूर की कमान नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल ने संभाली। एनटीआरओ की भी इसमें अहम भूमिका रही।. एनएसए अजीत डोभाल ने स्पेशल टीम के साथ ऑपरेशन का नेतृत्व किया।. ऑपरेशन के लिए बेहद खास टीम तैयार की गई और कंट्रोल रूम बनाया, जिसकी कमान पूरी तरह से एनएसए अजीत डोभाल के पास थी।ऑपरेशन सिंदूर के तहत पहले चरण में पाकिस्तान के अंदर चल रही गतिविधियों के बारे में इंटेलीजेंस इनपुट इकट्ठा किया गया, फिर उन ठिकानों की सिलसिलेवार तरीके से पहचान की गई, जहां पर आतंकियों ने अपना नया ठिकाना बनाया था।
इसके बाद उन सभी टार्गेट्स को चुना गया, जहां पर संभावित तौर पर हमले किए जाने थे. भारत ने इन सभी ठिकानों पर पैनी नजर बनाए रखी और हर हरकत की मॉनिटरिंग चल रही थी। अजीत डोभाल ने हमले का पुख्ता प्लान तैयार करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें इसके बारे में बताया.प्लान पर पीएम मोदी और अजीत डोभाल ने काफी चर्चा की और फिर ये फैसला लिया गया कि ऑपरेशन सिंदूर के टारगेट सिर्फ आतंकी ठिकाने होंगे. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ऑपरेशन को अंतिम रूप दिया गया, जिसके बाद एनएसए फिर पीएम मोदी से मिले और प्रधानमंत्री मोदी से हरी झंडी मिलते ही उन्होंने आगे की तैयारियां शुरू कर दीं. हमले की जानकारी बहुत कम लोगों को दी गई थी और एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया, जिसकी कमान एनएसए अजीत डोभाल संभाल रहे थे.6 मई को देर रात एनएसए अजीत डोभाल से सिग्नल मिलते ही इंडियन एयरक्राफ्ट ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देने के लिए आसमान में उड़ गए और पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना शुरू कर दिया।
संवाद; डी आलम शेख