उनकी जिंदगी हो चुकी बर्बाद जिन्हें दोषी करार दिया और कई सालों तक जेल में ठूंसा
संवाददाता
जो मुसलमान 19 साल बाद बेगुनाह साबित हुए, जिनकी ज़िंदगियाँ बर्बाद हो गईं, जिन्हें झूठे आरोपों में जेल में सड़ाया गया, अब कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ कहती हैं कि फिर से जांच होनी चाहिए और उन्हें दोबारा जेल भेजा जाए। क्या इंसाफ़ की यही परिभाषा है कांग्रेस के लिए?
मैडम फडणवीस सरकार को सलाह दे रही है कि हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दें, यानी अब भी निर्दोषों की ज़िंदगी से खेलने की भूख बाकी है?
अब असली सवाल Rahul Gandhi और Imran Pratapgarhi भाई से है कि क्या आप इस ज़हरीले बयान का समर्थन करते हैं? क्या ये कांग्रेस का आधिकारिक स्टैंड है? या फिर मुस्लिम वोट सिर्फ कुर्सी तक पहुंचने की सीढ़ी है?
मुसलमानो की भावनाएं कोई खिलौना नहीं हैं। अगर आप उनके नाम पर सत्ता पाना जानते हैं, तो उनके हक़ में बोलने की हिम्मत भी दिखाइए। कहावत है कि
कांग्रेस बीजेपी की अम्मा है
मुसलमान किस
पर करे भरोसा ये मुस्लिम समुदाय को सोचने समझने की जरूरत है।
संवाद; मो अफजल इलाहाबाद