इस स्कूल के शिक्षक आमरोदे जीने ऐसे एक नई मिसाल कायम कर दी.

छिंदवाड़ा
संवाददाता एवं ब्यूरो

बिछुवा मोया संकुल के शासकीय मिडिल शाला के शिक्षक अमरोदे द्वारा नई मिसाल कायम की। शाला 10 मिनट पहले लगती है और छुटटी भी 10 मिनट बाद होती है।

छिंदवाड़ा। बिछुवा मे एक ओर जहां सरकारी शिक्षक स्कूल समय पर जाने से ओर समय से पहले बंद करने में नहीं कतराते वहीँ बिछुआ ब्लॉक के मोया संकुल में शासकीय मिडिल शाला सुर्रवानी की शाला एक सरकारी मिडल स्कूल ग्राम सुर्रेवानी में है जो स्कूल समय से 5 से 10 मिनट पहले लग जाता है और समय से 10 मिनट बाद ही बंद होता है।

यहां पहुंचकर ग्रामीणों से पता करने पर मालूम हुआ कि यहां 2 स्थाई शिक्षक और एक अतिथि शिक्षक कार्यरत है जिनमे से एक शिक्षक श्री बलदेव अमरोदे जो कि अभी जून में ही यहां पदस्थ हुए हैं। जिनके आने से शाला में बहुत बदलाव हुआ है। जो बच्चा स्कूल नहीं आता उसको स्कूल लाने के लिए श्री बलदेव अमरोदे उनके घर ही पहुंच जाते हैं,उनके माता-पिता को समझाते हैं कि बच्चे को को स्कूल भेजना कितना आवश्यक है।

श्री अमरोदे द्वारा प्रतिमाह पेरेंट्स मीटिंग अनिवार्य रूप से बुलाई जाती है और मीटिंग में पेरेंट्स के साथ मिलकर बच्चों के बारे में चर्चा की जाती है! जो पेरेंट्स मीटिंग में नहीं आ पाते हैं उनसे दूसरे अथवा तीसरे दिन बुलाया जाता है। बच्चों की आवश्यकता अनुसार उनको जिस भी अध्ययन सामग्री की आवश्यकता होती है श्री अमरोदे द्वारा बच्चों को वह स्वयं के खर्च पर उपलब्ध करवा दी जाती है।

पालकों द्वारा मालूम हुआ कि बच्चों को कापियां,डेली डायरी दी गई है और एक बच्चा जो कि मातृहीन है और वृद्ध दादा दादी पर आश्रित है उसको श्री अमरोदे द्वारा 2 जोड़ी कपड़े भी दिए गए हैं और स्कूल में बच्चों की सौ फीसदी उपस्थिति के लिए श्री अमरोदे द्वारा एक योजना चलाई जा रही है कि जो बच्चा माह में सौ प्रतिशत उपस्थित रहेगा और उस माह के मासिक मूल्यांकन में पास हो जाएगा तो उसको दो सौ रुपये माह उत्साहवर्धन के लिए पुरूस्कार स्वरुप दी जाएगी।काश ऐसे ही शिक्षक हर शाला में हो जाए।
संवाद;मनोज डोंगरे

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