इस अवैध गोरख धंधे के खिलाफ प्रशासन को जनहित हेतु संज्ञान लेने की जरूरत है ,देर हुई तो होंगे भारतीय युवा बरबाद
बहराइच
एमडी डिजिटल न्यूज चैनल और प्रिंट मीडिया
संवाददाता एवं ब्यूरो
नेपाली कैसिनो और बर्बाद होते भारतीय
प्रशासन को जनहित में संज्ञान लेने की आवश्यकता
बहराइच ;भारत के पड़ोसी देश नेपाल के बांके जिले के मुख्यालय नेपालगंज में धड़ल्ले से चल रहे कैसिनो , भारतीयों के लिए बर्बादी का सबब बन रहे हैं। लखनऊ सीतापुर, बहराइच, बलरामपुर, गोंडा, कानपुर, लखीमपुर, शाहजहांपुर, श्रावस्ती, नवाबगंज व नानपारा सहित कई अन्य जिलों के साथ रूपईडीहा कस्बे के कई परिवारों के सदस्य कैसिनो की जुए की लत में पड़ कर कर्ज में डूब गए हैं। या यूं कहिए कि
इस लत से वो कंगाली की कगार पर आ गए है ।
गौर तलब हो कि कोरोना काल केंदौरान में कैसिनो बंद होने से कई भारतीय परिवारों ने राहत की सांस ली थी। लेकिन इधर कोविंड के मद्देनजर स्थितियां सामान्य होने से फिर कैसिनो खुल गए हैं,जो भारतीय नागरिकों की बर्बादी का सबब बन चुके हैं।
बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से केसिनो में जुआ खेलने के लिए बड़ी-बड़ी गाड़ियों से कस्बे में लोग आते हुए दिखाई देते हैं।
वहीं शाम ढलते ही नशे में सराबोर और हारी हुई शक्ल लिए हुए गाड़ियों से घर वापस चले जाते हैं।,
अगली सुबह फिर से नेपालगंज कैसिनो में भारतीयों का जमावड़ा शुरू हो जाता है।
ऐसे में सवाल यह है कि अगर समय रहते इस पर ध्यान देकर पाबंदी नहीं लगाई गई तो भारतीयों की जिंदगी तबाह व बर्बाद हो ने में देर नहीं लगेगी। ।
सिर्फ भारतीयों को ही मिलता है प्रवेश
कैसिनो में जारी नियम कानून से पता चलता है कि उनके रडार पर सिर्फ भारतीय हैं, आधार कार्ड व निर्वाचन कार्ड दिखाकर कैसिनो में सिर्फ भारतीय नागरिकों को ही इंट्री दी जाती है। जबकि कैसिनो में भारतीय व नेपाल की मुद्रा स्वीकार की जाती है, नेपाली नागरिकों को कैसीनो में प्रवेश की अनुमति नहीं है।
बदले में मुफ्त में परोसी जाती है शराब
कैसिनो में भारतीयों को मुफ्त की शराब व बियर परोसी जाती है, भारतीय क्षेत्र के कई लोग पहले तो मुफ्त शराब व चखने की लालच में कैसिनो में इंट्री करते हैं, फिर नशा होने पर वह जुए की लत में फंस अपनी रकम गवां देते हैं। यही नही इन कैसिनों में नेपाली बालाओं के अर्धनग्न नृत्य भी होते रहते हैं।
जारी हुए हैं वीआइपी पास
नियमति व प्रति माह पांच लाख से अधिक की रकम का जुआ खेलने वाले भारतीयों के लिए कैसिनो संचालकों ने वीआइपी पास जारी किए हैं, इसके अलावा भारतीयों को गुमराह कर कैसिनो में लाने वाले दलालों को मोटा कमीशन दी जाती है।
भारतीय सीमा से सटे नेपाली महानगरों के कैसिनो
बता दे कि उत्तर प्रदेश से सटे नेपाली महानगर महेंद्र नगर में 3, भैरहवा में 4, नेपालगंज में 7 कैसिनो चल रहे हैं, इसी प्रकार काठमांडू में 12 व बिहार से सटे नेपाली महानगर जनकपुर में 3, वीरगंज में 1 व विराटनगर में 3 कैसिनों संचालित हैं। नेपालगंज में हैप्पी हावर, बेलिस, लकी स्टार, जैकपॉट, महजोंग सहित 2 और कैसिनों संचालित हैं।
कैसिनों में होता है भारतीय 5 सौ के नोटों का लेनदेन।
नेपाल सरकार ने 1 सौ रुपया भारतीय के अतिरिक्त 2 सौ व 5 सौ के भारतीय नोट बैंड कर दिए हैं। परंतु इन कैसिनों में 2 सौ 5 सौ के नोट भी खुलेआम चल रहे हैं। नेपाल सरकार के आदेश का खुला उलंघन इन कैसिनों में हो रहा है। परंतु रुपईडीहा से लोग 20 से 50 हजार ही लेकर जाते हैं।
इस गोरख धंधे में हुंडी से होता है लाखो का लेनदेन
गुप्त रूप से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय क्षेत्र से जो धनाढ्य लोग कैसिनों जाते हैं वे अपना लाखो रुपया रुपईडीहा में ही जमा कर देते हैं। उन्हें एक नेपाली नोट का नम्बर एलॉट कर दे दिया जाता है। कैसिनों में उन लोगो को भारतीय मुद्रा मिल जाती है। इसी प्रकार कैसिनों से लौट कर रुपईडीहा आने वाले लोगो को इसी सिस्टम से भारतीय मुद्रा वापस मिल जाती है। इस लेनदेन में 2 प्रतिशत धन रुपईडीहा में जमा होता है। जीतने वाले को 2 प्रतिशत काटकर रुपईडीहा में ही धन प्राप्त हो जाता है।
इसको लेकर क्या कहते हैं समाजसेवी
उत्तर प्रदेश अपराध निरोधक समिति के जिला संयोजक समाजसेवी शेर सिंह कसौधन का कहना है कि रुपईडीहा में प्रतिदिन लगभग सैकड़ो गाड़ियां चार पहिया वाहन से लोग आते हैं और रुपईडीहा में गाड़ी खड़ी करके नेपाल जमुनहा में पहुंचते ही कैसिनो से चार पांच गाड़ियां लेने चली जाती है और उन्हें कैसिनो में ले जाकर पहले उनकी पूरी व्यवस्था करते हैं खाने-पीने की। फिर बाद में उन्हें जुआ खेलने के लिए टोकन दिए जाते हैं। भारतीय नागरिक करोड़ों रूपये हारकर वापस भारत अपने घर चले जाते हैं। इस पर शासन प्रशासन को सख्त ध्यान देने की जरूरत है।
रुपईडीहा के प्रतिष्ठित व्यापारी व एडवोकेट विपिन कुमार अग्रवाल बताते हैं कि कैसिनो के बाहर लिखा रहता है कि सिर्फ विदेशियों के प्रवेश नेपाली नागरिकों का प्रवेश वर्जित है, इसलिए भारती
य जुआरी ही कैसिनो में जाकर लुट रहे हैं।
वहीं भाजपा जिला कार्यकारिणी के सदस्य रुपईडीहा निवासी रतन कुमार अग्रवाल बताते हैं कि लोग हंसते हुए जाते हैं व नेपालगंज से रोते हुए लौटते हैं। कुछ लोगो के पास तो जेब मे कुछ भी नही बचता।
भाजपा मंडल चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ सनद कुमार शर्मा का कहना है भारतीय क्षेत्र में कैसिनो से कईयों परिवार बर्बाद हो चुका है ।
संवाद;मो अरशद यूपी