इन्वेस्टमेन की कब्रगाह बनी भारत के विकास में बड़ी रुकावट,धिक्कार है एशिया के विकास में एक काला धब्बा?
उत्तरप्रदेश : भारत मे इन्वेस्टमेंट की क़ब्रगाह, भारत के विकास में सबसे बड़ी रुकावट का मामला
युसुफ़ लूलू साहब के 2500 करोड़ का मॉल आदित्यनाथ ने उद्घाटन/इफ़्तिताह किया और नमाज़/सुंदरकांड के प्रोपोगंडा का आग़ाज़ हो गया!! मॉल खोला है या नफ़रती जुनून फैलाने का अड्डा है?
एक काम करो : मॉल को मन्दिर/मस्जिद में तब्दील कर दो..ईश्वर/अल्लाह आएंगे और तुम्हे रोज रोटी खिलाएंगे! इडियट्स.
इस वक्त भारत में इन्वेस्टमेंट 1991 के लेवल के नीचे जा चुका है..देशी/विदेशी इन्वेस्टर भारत मे पैसा लगाने से परहेज़ कर रहे है..विदेशी निवेशक अपना पैसा निकाल रहे है..और उत्तरप्रदेश को नफ़रत से ही फ़ुर्सत नही है!
उत्तरप्रदेश में कौन इन्वेस्ट करता है? अडानी, अम्बानी, महिंद्रा, बिड़ला : इनसे ज़रा पूछिए कि पिछले 8 सालों में उत्तरप्रदेश में कितना इनवेस्ट किया? इन लोगों ने अपनी कंपनियो में उत्तरप्रदेश के कितने लोगों को नौकरियां दी? उद्योगपतियों को भी मालूम है कि उत्तरप्रदेश में अब कुछ नही हो सकता..वो पागल नही है कि उत्तरप्रदेश में पैसा लगा कर टेंशन पाले..बताइए : आदित्यनाथ की हुकूमत के दौरान उत्तरप्रदेश में कितना इन्वेस्टमेंट हुआ है?
उत्तरप्रदेश की 15 करोड़ जनता फ्री सरकारी राशन पर जिंदा है..फ्री राशन से पेट भरते ही मज़हबी मूर्खता उबाल मारने लगती है..ख़ुद तो बरबाद हो चुके और पूरे देश को जलाने निकल पड़े है! आदित्यनाथ, लूलू मॉल पर बुलडोजर मत चलवाना..इतनी आलीशान इमारत है।10-20 भगवानों का मंदिर तो आसानी से बन जाएगा..मन्दिर बनाइए, उत्तरप्रदेश को मन्दिर चाहिए, रोटी तो फ्री की भी मिलती है।
और वो यूसुफ़ लूलू, एक उल्लू” बिजनेसमैन है..यूसुफ़ साहब को उत्तरप्रदेश का माहौल पता होने के बावजूद अगर वो उत्तरप्रदेश में 2500 करोड़ का इन्वेस्टमेंट करते है तो उन्हें मसखरा” कहना भी ज़्यादती नही होगी!
उत्तरप्रदेश अगर एक अलग देश होता तो सबसे ज़्यादा गरीब, पिछड़ा, नफ़रती, हिंसक देश होता..उत्तरप्रदेश विकास का ब्लैकहोल” बन चुका है..
संवाद
कृष्ण अय्यर