आर पार की लड़ाई लड़े कांग्रेस पार्टी तो जनता का भी भरपूर मिलेगा साथ
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आर पार की लड़ाई लड़े कांग्रेस पार्टी, इस बार जनता साथ देगी
अगर राहुल गांधी को रातों-रात महात्मा गांधी, सरदार पटेल, नेहरू जी, दादी इंदिरा वाला कद हासिल करना है तो
उनको मतदाता सूची की पारदर्शिता की लंबी लड़ाई को आगे बढ़ना होगा। लड़ाई लड़ना शुरू कर देना होगा।
इससे सुनहरा मौका कभी नहीं आएगा।
करोड़ों लोग उनकी ओर उम्मीद भरी नजर से देखने लगे है। उनको, चुनाव आयोग की धांधली को उजागर करने की निर्णायक लड़ाई को आगे बढ़ाते रहना होगा ।
डिजिटल फॉर्म में स्पष्ट वोटर लिस्ट की मांग को लेकर उन्हें राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ना होगा
और ऐसा लग रहा है कि उनके इस काम में उनको, देश व्यापी मदद भी मिलेगी।
सभी पार्टियों मदद करेंगी और सभी राज्य में नाराज जनता ,खुद सड़क पर आएगी, ऐसी खुफिया इनपुट भी आज से मिलने लगी है ।
इसलिए राहुल गांधी को हिम्मत दिखाना होगा और यह बताना होगा कि वह नेहरू, इंदिरा जी के ही नस्ल के हैं और देश विक्रेता गैंग, भूरे अंग्रेजों से डरने वाले नहीं है।
उनके हिम्मत और ईमानदारी की कायल बड़ी संख्या में लोग हो रहे हैं। यह जंग अगर उन्होंने छेड़ा तो जनता और उनके पीछे बुरी तरह पागलों की तरह चलेगी।
एक जोरदार नेता ,असली जमीनी नेता, भारत को करीब 42 साल के बाद मिलेगा ।
राहुल गांधी को अब यह जंग बिना डरे हुए स्टार्ट कर देनी चाहिए। ऐसे तो आज ही से समस्त इंडिया गठबंधन द्वारा संसद से लेकर चुनाव आयोग के कार्यालय तक मूक मोर्चे की सुबह ही से शुरुआत की जा चुकी है जिसमें विपक्ष के 300से ज्यादा संसद और सैकड़ों कार्यकताओं ने अपने को इस मोर्चे में शामिल किया।
लेकिन सत्तासीन पार्टी इसे देख डर गई और भरी पुलिस दल द्वारा मोर्चे में शामिल इंडिया गठबंधन के प्रमुख बड़े नेता जिस में राहुल गांधी, खड़गे, और प्रियंका गांधी को पुलिस ने हिरासत में लिया है इनके साथ सेकड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी अपनी गिरफ्तारी देकर मोर्चे को सफल बनाने की मुहिम छेड़ दी। जिसे देख सत्तारूढ़ पार्टी के होश उड़ गए और तरह तरह की विपक्ष के खिलाफ तोहमत लगानी शुरू की। राहुल गांधी ने कहा है कि हमारी ये लड़ाई राजनीतिक नहीं है बल्कि हमें संविधान बचाना है। इसे बचाकर ही दम लेंगे।