अय्याशी के लिए पड़े पैसे कम तो लूट लिया बैंक, दिल्ली से लौटे ही थे कि पुलिस के हाथो हुए गिरफ्तार

बिहार
संवाददाता

अय्याशी के लिये कम पड़े पैसे तो लूट लिया बैंक, दिल्ली से लौटते ही पुलिस की जाल में फंसे लुटेरे

गोपालगंज. गोपालगंज के राजापट्टी बाजार में बीते 28 मार्च को उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में हुई डकैती की घटना का पुलिस ने उद्भेदन करते हुए तीन कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है।

गिरफ्तार किये गये अपराधियों के पास से बैंक से लूटे गये तीन लाख 20 हजार कैश, दो देसी कट्टा, चार जिंदा गोली, चाकू बरामद किया गया है।. वहीं, लूटकांड में फरार दो अपराधियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। गिरफ्तार अपराधियों में छपरा के पानापुर थाना क्षेत्र के सोनबरसा निवासी रिपूंजय कुमार उर्फ रिपू, अंकुर सिंह उर्फ गोलू सिंह तथा मुजफ्फरपुर के पारू थाना क्षेत्र के फुलवरिया गांव निवासी मनु कुमार शामिल है।

गत शुक्रवार को एसपी स्वर्ण प्रभात ने बैंक लूटकांड का उद्भेदन करते हुए बताया कि ग्रामीण बैंक से चार लाख 75 हजार रुपये लूट लिये गए थे।. वारदात के बाद अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए सदर एसडीपीओ संजीव कुमार के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया था। एसआइटी ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया।

इनमें मास्टरमाइंड रिपूंजय कुमार सिंह उर्फ रिपू
का नाम सब से पहले निकला है।एसपी ने कहा कि रेकी करने के बाद बैंक लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था। गिरफ्तार अपराधियों की अपराधिक इतिहास भी है।
छपरा के दोनों अपराधी पेशेवर लुटेरे हैं और पहले भी कई लूट की वारदात को अंजाम दे चुके हैं।
उन्होंने कहा कि घटना में संलिप्त दो अन्य अपराधी फरार हैं, जिनकी पहचान होने के बाद एसआइटी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।

बैंक लूटने के बाद मास्टरमाइंड रिपूंजय सिंह और उसका साथी अपराधी अंकुर उर्फ गोलू सिंह पैसों को लेकर अय्याशी करने दिल्ली चला गया था। हालांकि पुलिस की दबिश की वजह से दिल्ली में ज्यादा दिन तक नहीं रूक सका। दिल्ली से लौटने के बाद दोनों अपराधी बैकुंठपुर होकर छपरा जाने के लिए जैसे ही पहुंचे, पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।. एसपी ने कहा कि वारदात के 10 दिनों के भीतर पुलिस ने खुलासा किया है, इसलिए टीम के सभी पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत करने का निर्णय लिया गया है।

एसआइटी में सदर एसडीपीओ संजीव कुमार, प्रशिक्षु डीएसपी साक्षी राय, सदर इंस्पेक्टर हीरालाल प्रसाद, एसटीएफ इंस्पेक्टर सर्वेंद्र कुमार सिन्हा, थानाध्यक्ष धनंजय राय, थावे थानाध्यक्ष शशि रंजन कुमार, मांझा थानाध्यक्ष विशाल आनंद, पुलिस अधिकारी संदीप कुमार, संजीत कुमार, सूरज कुमार शर्मा, टेक्निकल सेल के प्रभारी दिनेश यादव, एसटीएफ के जवान छोटेलाल तिवारी, रौशन कुमार, उज्जवल कुमार पांडेय, रामनारायण पासवान, प्रवीण कुमार और सोनू कुमार शामिल थें।

संवाद; डी आलम

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