अंशकालीन कर्मियों के नियमितिकरण के लिए कामगार कर्मचारी कांग्रेस ने दिया ज्ञापन
छिंदवाड़ा
संवाददाता
मनोज डोंगरे
छिंदवाड़ा: अंशकालीन, दैनिक वेतन भोगी,अस्थाई कर्मियों को नियमित करने का वादा करके 2003 में सत्ता में आई भाजपा की सरकार 18 साल में अस्थाई कर्मियों को स्थाई करना तो दूर उन्हें जिंदा रहने लायक वेतन तक नहीं दे पाई है,
स्कूलों के अंशकालीन भृत्यों की स्थिति सबसे खराब है जिनसे 10 साल तक 300 रूपए में काम कराया गया, अभी उन्हें 5000 रूपए मिल रहे हैं, जो कलेक्टर दर से भी आधा है।कामगार कर्मचारी कांग्रेस के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा के नेतृत्व में अंशकालीन कर्मियों के नियुक्ति दिनांक से नियमितीकरण की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन देकर 18 साल से हो रहे अन्याय को समाप्त करने की मांग की।
इस दौरान बबलू बैस, मेहमूद खान, अनिरूद्ध मिश्रा, सुरेश पवार, बलदेव सोनी, नरेंद्र जुनघरे, धनराज बनारस, अमरलाल नर्रे, अशोक इवनाती, रामशंकर यादव, दशरथ निम्बालकर, संतोष कुमार नरवरे आदि शामिल थे। 15 दिन में मांगों का निराकरण नहीं हुआ तो आगामी 6 सितंबर को जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर अनशन शुरू किया जाएगा।
ज्ञापन के जरिए कामगार कर्मचारी कांग्रेस के अध्यक्ष वासुदेव शर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग में अंशकालीन भृत्यों की भर्ती 1998 में शिक्षाकर्मियों के साथ हुई थी, एक की नीति के तहत भर्ती हुए शिक्षाकर्मी तो नियमित हो गए लेकिन अंशकालीन भृत्य अब तक अस्थाई हैं और 5000 जैसे भुखमरी के वेतन पर काम करने को मजबूर हैं,
जिन्हें भाजपा सरकार 18 साल में इन्हें कलेक्टर दर पर वेतन नहीं दिला सकी जबकि प्रदेश में भाजपा की सरकार ही अंशकालीन, दैनिक वेतन भोगी जैसे कर्मियों को नियमित करने का वादा करके ही बनी थी।
शर्मा ने कहा कि यदि अंशकालीन कर्मियों के साथ 15 दिन में न्याय नहीं किया गया तो आगामी 6 सितंबर को डीईओ कार्यालय पर अनशन का धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा जिसमें जिले के सैकडों अंशकालीन भृत्य एवं अस्थाई कर्मचारी शामिल रहेंगे।