सरेआम उड़ाई जा रही कायदे कानून की धज़्ज़िया, भ्रस्ट पुलिस क्या खाक करेगी कार्रवाई ? कौन है ज़िम्मेदार ?
रिपोर्टर.
एक तरफ मा.उच्च न्यायालय, तथा महाराष्ट्र प्रदेश के गृह मंत्री एवं मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस प्रशासन को अवैध धंधे के खिलाफ सख्त पाबंदी लगाने का हुक्म दिया गया है,वही दूसरी ओर राज्य के पुलिस प्रशासन को दिए गए इन सख्त आदेशो की सरेआम धज़्ज़िया उड़ाई जा रही है ।
बताया जाता है कि मुम्बई में खेरवाड़ी पुलिस स्टे. द्वारा जुआ माफिया को खुलेआम दिए जा रहे है संरक्षण।
गौरतलब है कि मुम्बई के मशहूर खेरवाड़ी पुलिस स्टेशन सीमा क्षेत्र में आने वाले,बांद्रा पूर्व, भारत नगर के सामने खाड़ी रोड तथा खाड़ी क्रॉस रोड नाला पब्लिक ब्रिज के पास और ओल्ड लकड़ा बखार के पीछे संत न्यानेश्वर नगर का पूरा जुग्गी इलाका जो की खेरवाड़ी पुलिस स्टेशन अधीनस्थ है।
ऐसे बताया जाता है कि शरारती तत्व के दबंग मटका माफिया बाबू खान ने उसकी रोज़मर्रा काली कमाई के दम पर पुलिस सहित उक्त इलाके को अपनी बपौती और रखैल समझ रखा है।
शायद यही वजह है कि इस इलाके में माफिया और उसके सेकड़ो पंटरों द्वारा बड़े पैमाने पर बेख़ौफ़ मटका जुए का अड्डा फल फूल रहा है।
खेरवाड़ी पुलिस अच्छी तरह से जानती भी है कि उसके इलाके में क्या कुछ गलत और सही चल रहा है!
इस इलाके में चारो तरफ सुबह शाम और रात 12 बजे तक रंनिंग मटका, रंनिंग चक्री, पठाडा जुआ, जन्नमन्ना जुआ अंदर बाहर जुआ, काठी जुआ,तीन पत्ती जुआ गेम तथा बंद पेटी जुआ खुलेआम पनप रहा है।
बताते है कि मौजूदा पुलिस को इस बारे में काफी कुछ खबर रहते हुए भी मटका माफिया से खासा नज़राना लेकर इसे नज़रअंदाज़ करने में जुटी है!
उधर इस के खिलाफ शिकायत कर रहे शिकायतकर्ताओं का कहना है कि स्थानीय पुलिस पूरी तरह मटका माफिया के हाथों बिक चुकी है।उसके हाथ की कठपुतली बनी आंखे मुंद बैठे तमाशा देखती रही है?
वैसे तो पता चल रहा है, कि इस इलाके में मटका जुआ माफिया बाबू की यहाँ कथित रूप से दादागिरी का बोलबाला है ।
इतने बड़े जुए के अड्डे से लाखो रुपये की काली कमाई जो हो रही है।
रिश्वत के लालच में स्थानीय पुलिस स्टेशन के कुछ छोटे बड़े सरकारी बाबूओ की बात छोड़िए उनके ऊपर तक के भी बड़े से बड़े कुछ बाबू लोग उसके आगोश में नतमस्तक हो रहे है। इस मे कुछ भी शक नही है।
मटका माफिया के साथ कुछ रिश्वत खोर पुलिस के सदा मधुर रिश्ते रहे है, जो बयां करते है कि यहां पुलिस की आंख के नीचे बेख़ौफ़ चल रहे जुए के अड्डे की हरहाल में निगरानी व इसे फल फूलने की छूट देना ये सब बे साख्ता पुलिस की मजबूरी है ।
इस आलम में मटका माफिया तो चारो ओर से चांदी काट रहा है।और भरपूर रिश्वत लुटाकर सब पर निसार है।
कुछ रिश्वतखोर सरकारी बाबुओं को खुश कर उन्हें अपना बना रखा है।
ऐसे में सवाल उठना लाज़मी है कि उक्त माफिया पर स्थानीय पुलिस इसकदर इतनी मेहरबान क्यो है क्या स्थानीय पुलिस स्टेशन हकीकत ही में उक्त माफिया की बपौती है?
अगर कोई शिकायत कर्ता भूल कर भी इन के हत्थे चढ़ जाए तो कायम का मर गया समझो!
क्योंकि की यहाँ तो हर वक्त उसके पाले हुए सेंकडो गुंडे उसका नमक खाये हुए है। अपनी जान से भी ज्यादा अपने मालीक की रखवाली करते है जो वक्त पड़ने पर पागल कुत्तों की तरह उसके दुश्मनों पर टूट पड़ते है। बाकी का बचा खुचा सब काम पुलिस पर छोड़ दो।
रिश्वतखोर पुलिस तो उसके इशारे पे शिकायतकर्ता को फर्जी केस तक दर्ज कर जेल की हवा खिला ने में भी कोई कसर नही छोड़ती!
एक तरफ खाकी , सफेद पोश और गुंडों का भरपूर साथ ,तो दूसरी ओर रोज़मर्रा की हज़ारो की काली कमाई के सामने कायदा कानून भी बौना साबित रहा है ।
इस वजह से उसका कोई बाल भी बांका नही कर पाता। यहां कोई परिंदा भी पर नही मार सकता।
इस लिए माफिया के हौसले हरदम आसमान पर रहते है।
शिकायत है कि इसके खिलाफ शिकायत करनेवालों को पुलिस की सांठ गांठ से सख्त अपराध लगाकर जेल में ठुसा जाता है।
इस कारण शिकायत करने वाले लोग मजबूर है इसके बेबाक चल रहे काले सम्राज्य पर नजरअंदाज कर पीछे हट जाना ही पसंद करते है। जुआ खोरी के अड्डे की वजह से क्षेत्र में असामाजिक तत्वो का बोलबाला है ।इस कारण यहां आएदिन खतरनाक घटनाएं घटित होती रहती है। इस वजह से पुलिस स्टेशन ही नही बल्कि पूरा इलाका बदनाम हो रहा है।
ऐसे में बताना जरूरी है, कि सामाजिक संस्थाओं और महिला मंडल के लोगो ने मांग की है कि इस जुए के अड्डे के खिलाफ संज्ञा लेकर सख्त कार्रवाई की दरकार है ।
मौजूदा पुलिस बखूबी ये भी जानती है कि काली कमाई के दम पर हर हमेशा शिकायतकर्ताओं को गुंडों द्वारा हाथ पाव तोड़ने , अश्लील गाली गलौज का इस्तेमाल करने और जान से मारने की धमकी देनेवाले शरारती तत्व के गुंडे मटका माफिया बाबू खान के खिलाफ स्थानीय पुलिस थाने में कई आपराधिक मामले दर्ज है ।
लिहाज़ा हमारी अपील है कि उक्त माफिया के खिलाफ MRTP तथा MPDA के तहत कार्रवाई कर उसे तड़ीपार किया जाए।