सभी बैको के हालात ठीक किंतु बिलग्राम तहसील छिबरामऊ बैंक के हालात क्यों है बद से बदत्तर?
रिपोर्टर,
व् तहसील बिलग्राम. के अन्तर गत आने बाली बैकं अबध ग्रामिण का हाल हमेशा खराब.रहता है
इस समय कुछ और ही खराब है! लोगो को पैसे के लिये पूरा दिन बैंक के लाइन में खडा रहना पडता है! फिर.भी पैसा मिल जाये तो.किस्मत?
इस बाबत जब बतौर मीडिया कर्मी ने बैक मैनेजर से बात की तो उन्होने बताया कि जब पैसा आता है स्ब् बाँट देते है पर हमे पैसे तीसरे चौथे दिन मिलते है।
तभी इतनी.भीड हो जाती है मगर जब जनता से बात की गई तो कहानी कुछ और ही सामने आती है जनता का कहना कुछ और ही है कहा जाता है कि बैकं मे जब मैनेजर नही होते तब बैक पूरी तरह दलालो के दबाव ने हो ती है
वैसे ये बैक हमेशा से ही दलालो के पास ही गिरवी रही है?
काम केवल दलालो का ही हो ता है जनता हो या पत्रकार वहा पर मौजूद प्राइवेट कर्मचारीयो की ही चलती है
बैक मे केवल दलालो को ही कुर्सी नसीब है बाकी सब बेकार है ?