सब नेताओ में निशाना लालू यादव ही क्यों ?
रिपोर्टर.
क्योंकि लालू ही वह नेता हैं जो संघ की पूरी योजना को पंक्चर करने का दम रखते हैं !
भ्रष्टाचार इस देश की सरकारों के लिए कभी कोई मुद्दा था ही नही।
उलटे इसकी मदद से सरकारें सुचारू रूप से चलती रहीं भले ही संविधान की धज्जियाँ उड़ती रही हों।
क्योंकि अगर भ्रष्टाचार मुद्दा होता चिंता का विषय होता तो आज के आधे से अधिक नेता ब्यूरोकरेट्स और बिज़नेसमैन जेल में एड़ियाँ रगड़ रहे होते ?
चारा चोर लालू नही उनसे पहले मिश्रा जी होते, और लोहा चोर, चावल चोर.और पानी चोर.डिग्री चोर जैसे बहुत सारे चोरों से भाजपा सुसज्जित नही होती !
दरअसल मुद्दा संघ की संप्रदायिकता के ख़िलाफ़ उनका स्टैंड है। ।
संप्रदायिकता से लड़ने का लालू का तरीक़ा नीतीश मुलायम और और मायावती से बहुत जुदा है।
वह इनकी तरह पाखंड नही करते हैं , वह संप्रदायिकता के साँड़ को सामने से पकड़ लेते है।
और धोबी पछाड़ लगा देते हैं ।अडवाणी की रथयात्रा से लेकर अभी बिहार चुनाव तक यह देश ने कई बार देखा है ।
संघ और सरकार के सपनों में आकर डराने वाले लालू निशाना क्यों नही बनेंगे , ज़रूर बनेंगे?