सतपुडा प्रेस क्लब की पहल प्रदेश की सबसे बड़ी विधानसभा जुन्नारदेव को जिला घोषित किया जाए, सतपुडा प्रेस क्लब की सबसे बड़ी मुहिम
संवाददाता
तकीम अहमद दमुआ
जुन्नारदेव-दमुआ
देश के दिल में बसे मध्यप्रदेश राज्य के सबसे बड़े जिले छिंदवाड़ा जिले का विघटन कर प्रदेश की सबसे बड़ी विधानसभा क्षेत्र जुन्नारदेव को यथाशीघ्र जिला का दर्जा दिया जाए। देश के हृदय स्थल और सतपुड़ा की सुरम्य वादियों की गोद में स्थित आदिवासी विधानसभा क्षेत्र जुन्नारदेव को जिले का दर्जा दिलाए जाने की प्रभावी मांग को सतपुड़ा प्रेस क्लब, जुन्नारदेव के द्वारा उठाया गया है।इस संदर्भ में सतपुड़ा प्रेस क्लब के द्वारा प्रदेश सरकार को अपनी इस महती मांग के समर्थन में मांग पत्र प्रेषित किया है।
प्रदेश की भौगोलिक दृष्टि और आदिवासी जनसंख्या के लिहाज से जुन्नारदेव को जिले का दर्जा दिया जाना इस क्षेत्र की बड़ी आदिवासी जनसंख्या को उनके सम्मान और अधिकार प्रदान करना न्यायसंगत होगा। सतपुड़ा प्रेस क्लब, जुन्नारदेव
के द्वारा प्रदेश सरकार सहित राजस्व मंत्री को प्रेषित किए गए अपने पत्र में इस क्षेत्र की आदिवासी जनता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और इनके हितार्थ इस संदर्भ में यथाशीघ्र फैसला लिए जाने का निवेदन किया है।
भौगोलिक, प्रशासनिक और जनसंख्या की दृष्टि से जुन्नारदेव को जिला बनाने की तय हो प्राथमिकता-
क्षेत्रफल के दृष्टिकोण से मध्य प्रदेश का सबसे बड़े जिले छिंदवाड़ा का विघटन किया जाना लगभग तय माना जा रहा है, तब ऐसी परिस्थितियों में जिले के किसी अन्य क्षेत्र का भी राजस्व जिला बनना भी तय है। भौगोलिक दृष्टिकोण से जुन्नारदेव के रूप में बनने वाले नए जिले की दूरी 50 किलोमीटर छिंदवाड़ा जिले मुख्यालय से हो जाएगी तथा एक अन्य जिला मुख्यालय बैतूल.से भी इसकी दूरी लगभग 60 किलोमीटर से अधिक है।
लगभग 110 वर्ग किलोमीटर से अधिक दायरे के विस्तार में फैली आदिवासी विधानसभा जुन्नारदेव क्षेत्र प्रदेश की सबसे बड़ी विधानसभा क्षेत्र है। इस लिहाज से इसका जिला बनाया जाना सर्वाधिक उपयुक्त है ।जुन्नारदेव को जिला बनाने के लिए /परासिया, दमुआ, उमरेठ, चांदामेटा, तामिया, माहुलझीर और नवेगांव/ के बड़े थाना क्षेत्र और इनकी कई पुलिस चौकियां शामिल हो सकते हैं।
एक नए राजस्व जिले के लिए आवश्यक रूप से इसमें /दो सिविल कोर्ट/ परासिया और जुन्नारदेव में पहले से ही कार्यशील है। इसके अलावा तामिया में भी सिविल कोर्ट अस्तित्व में आ चुका है। परासिया, तामिया एवं जुन्नारदेव की लगभग कुल 230 अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति वर्ग की बाहुल्य जनसंख्या वाली ग्राम पंचायतें का भी पृथक अस्तित्व इसमें समाहित किया जा सकता है।
छिंदवाड़ा और बैतूल दोनों ही जिला मुख्यालय के मध्य में स्थित होने की वजह से जुन्नारदेव को नए जिला मुख्यालय के रूप में स्थापित कर दिए जाने से शासन व प्रशासन की दृष्टिकोण से भी यह सर्वाधिक उपयुक्त होगा जुन्नारदेव को जिले का दर्जा मिल जाने से जुन्नारदेव सहित परासिया के दो अनुविभागीय क्षेत्र को इसमें शामिल कर लिया जाएगा, तो वहीं दूसरी ओर जुन्नारदेव, उमरेठ तामिया, परासिया जैसी कई तहसील पहले से ही अस्तित्व में बनी हुई है।
भौगोलिक और प्रशासनिक लिहाज से नए राजस्व जिले की समस्त अनिवार्यताओं की पूर्ति जुन्नारदेव शहर कर सकता है, इसीलिए चाहिए कि मध्य प्रदेश सरकार और प्रशासन यथाशीघ्र ही जुन्नारदेव को नए जिला मुख्यालय के रूप में अधिसूचित करने की कार्रवाई प्रारंभ कर दें।
जनप्रतिनिधिगण अपनी निष्ठा की सार्वजनिक घोषणा करें
आदिवासी जनता के बाहुल्य प्रदेश के रूप में अपनी पहचान रखने वाले मध्यप्रदेश में जुन्नारदेव को नए जिले के रूप में अधिसूचित कर दिए जाने से एक नया आदिवासी जिला बन सकता है,
जिसके लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों ही राजनीतिक दलों की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति की जा सकती है। इस मामले में कुछ हद तक परासिया के राजनेताओं की अड़ंगेबाजी निश्चित रूप से जुन्नारदेव के हितों के साथ खिलवाड़ कर सकती है, इसीलिए इस मामले में यह खासा महत्वपूर्ण होगा कि उमरेठ, अंबाड़ा, परासिया, चांदामेटा, न्यूटन के राजनैतिक दल और उनके जनप्रतिनिधियों को जुन्नारदेव के साथ अपनी राजनीतिक निष्ठा को खुले दिल से प्रत्येक सामाजिक धार्मिक एवं राजनीतिक मंच पर स्वीकार करना ही होगा।
तब ही गैर विवादित रूप से जुन्नारदेव को नए राजस्व जिले के रूप में आसानी से मान्यता प्राप्त हो जाएगी। एक नए राजस्व जिले के रूप में आदिवासी क्षेत्र जुन्नारदेव परासिया के मुकाबले अधिक रूप से उन समस्त अनिवार्यताओं की पूर्ति करता है जहां एक और यह आदिवासी जनसंख्या बाहुल्य है तो वहीं दूसरी ओर परासिया के मुकाबले अन्य जिला मुख्यालय छिंदवाड़ा से 50 किलोमीटर की लंबी दूरी के अंतर पर होगा।
जनप्रतिनिधियों और राजनैतिक दल एवं स्वयंसेवी संगठनों से सतपुड़ा प्रेस क्लब की अपील
नगर के पत्रकारों की प्रतिनिधि संस्था
सतपुड़ा प्रेस क्लब एवं व्यापारी मंडल के पूर्व सचिव तरूण बत्रा
ने क्षेत्र के समस्त जनप्रतिनिधिगण, राजनीतिक दल, व्यापारिक संगठन, स्वयंसेवी एवं समाजसेवी संगठनों से इस आशय की मार्मिक अपील की है कि वह अपने क्षेत्र के तीव्र विकास हेतु
जुन्नारदेव को जल्द जिले का दर्जा दिलाए जाने की मांग का पुरजोर समर्थन करने हेतु अपने स्तर पर प्रयास प्रारंभ करें।
जुन्नारदेव को यथाशीघ्र ही जिले का दर्जा दिलाए जाने के लिए जल्द ही इस ने राजस्व जिले के संभावित क्षेत्रफल एवं इलाके में पहुंचकर जुन्नारदेव जिला बनाओ समिति
को गठित कर उसे अंजाम दिया जाने का कार्य शुरु किया जाएगा।