श्रीराम की बारात में जमकर झूमे नगरवासी सीतामाई की बिदाई पर हुए भावुक
तकीम अहमद जिला ब्यूरो
जुन्नारदेव
श्रीराम की बारात में जमकर झूमें नगरवासी.
बारात का जगह-जगह हुआ स्वागत।
मंच पर वैदिक रीति रिवाज से परिणय संस्कार।
श्रीराम के साथ सखियों की हंसी ठिठोली, कंगले की नकल पर हंसी के छूटें फव्वारे।
सीता की विदाई पर भावुक हुए दर्शक।
जुन्नारदेव-
जिले एवं प्रदेश की प्रसिद्ध श्री रामलीला में बीती रात्रि को श्री रामकलेवा व श्री राम विवाह की लीला का शानदार मंचन किया गया। इस लीला में भारतीय सनातन पद्धति के रीति-रिवाजो के तहत भगवान श्री राम और उनकी भार्या सीता का परिणय संस्कार पं. सुशील मिश्रा के द्वारा किया गया।
इसके पश्चात जनकपुर की सखियों की श्रीराम के साथ हंसी ठिठोली पर दर्शक जमकर झूमे। इसके बाद कंगले की नकल पर तो दर्शकों का हंसी का फव्वारा ही फूट पड़ा। लेकिन थोड़ी ही देर के बाद इसी रामलीला पर मंचित किए जा रहे सीता की विदाई के दृश्य पर राजा जनक और पुत्री सीता के संवाद और अभिनय को देख उपस्थित दर्शकगण भावुक हो गए।
आज की इस लीला में अनुरूप शर्मा (राम), शैलेंद्र मिंटू शर्मा (लक्ष्मण), हर्षित सोनी (सीता), धर्मेंद्र मालवीय (भरत), देवांश मालवीय (शत्रुघ्न), राकेश गुप्ता (राजा जनक), अमन सोनी (राजा दशरथ), मुकेश विश्वकर्मा (कंगला) के साथ वीरेंद्र अग्रवाल, संजय पाटिल, राधे बंदेवार, बलवीर, मनीष चौरसिया, वरुण राजपूत, अनुभव शर्मा, भव्य शर्मा, कार्तिक व्यास, आरुष शर्मा, कृष्ण चौरसिया, शर्मा वंश चौहान के द्वारा सखियों की भूमिका का सफल निर्वहन किया गया।
श्री राम की बारात का जगह जगह हुआ स्वागत, जले दीप, फूटे पटाखे, पुष्प वर्षा के साथ बंटी मिठाई.
श्री रामलीला में सीता स्वयंवर के पश्चात भगवान श्री राम की बारात निकाली गई। इसके लिए वार्ड क्रमांक 7 में स्थित आदर्श श्री शिव गणेश मंदिर को श्रीअयोध्याजी का रूप प्रदान किया गया, तो वहीं दूसरी ओर श्री रामलीला मंच को श्रीजनकपुरी बना दिया गया। श्रीअयोध्या से निकली भगवान श्री राम की बारात का जगह-जगह आम जनों व परिवारो के द्वारा स्वागत किया गया। लोगों ने अपने घरों के समक्ष भगवान श्री राम पर पुष्प वर्षा कर दीप प्रज्ज्वलित व शुद्ध पेयजल व मिठाई की व्यवस्था बनाई थी। यह बारात (शोभा यात्रा) नगर के नुक्कड़ चौक, गांधी चौक, पंडित मुखर्जी चौक से होते हुए श्री रामलीला मंच (जनकपुरी) में जा पहुंची. जहां पर अयोध्या से आए इन बरातियो का स्वागत जनकपुरी के राजा जनक के द्वारा किया गया।
इस बारात (शोभा यात्रा) में डीजे की धुन पर स्थानीय जन जमकर झूमते नजर आए तो वहीं आकाश में रंगीन आतिशबाजी ने सभी का मन मोह लिया। इसके बाद मंच पर वैदिक रीति रिवाज से राम सीता का विवाह संस्कार आयोजित हुआ। इस बारात (शोभायात्रा) में श्री रामलीला समिति के समस्त सदस्य व पात्रगण सहित जनप्रतिनिधिगण, राजनीतिक दलों के नेता, व्यापारी, पत्रकारगण व स्थानीय जनता बड़ी संख्या में शामिल हुई।