लापरवाह डॉक्टरों की हड़ताल , एक दिन में 55 हज़ार मरीज़ बेहाल !
लखनऊ: रिपोर्टर.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के आह्वान औऱ एक दिन की हड़ताल से लखनऊ में 850 के लगभग नर्सिंग होम और 450 के लगभग पैथालॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटरों ने अपने वहा ताला जड़ दिया !
जिससे लगभग 2500 से अधिक आपरेशन टले वही सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व का चूना लग गया।
डॉक्टरों की हड़ताल मरीज़ों को रुला देती हैं, ठंड की ठिठुरन औऱ बीमारी बच्चों को गोद मे उठा कर दर दर भटकते तीमारदारों का कोई पुरसाहाल लेने वाला नही होता हैं!
सरकार की नींद भी तब ही खुलती हैं, जब कुछ मरीज़ों की मौत का तांडव आमजन सड़क पर उतर करके करने लगता हैं।
आँख मुंदी सरकार को अँगूठा दिखाते प्राइवेट नर्सिंग होम औऱ पैथालॉजी व डायग्नोस्टिक सेण्टरो द्वारा अंधाधुंध वसूलने वाली फीस आम मरीज़ की क़मर तोड़ कर रख देते हैं !
वही निर्बल, असहाय व लाचार मरीज़ जो प्राइवेट नर्सिंग होम की दहलीज पर खड़े होने की हिम्मत नही कर पाता हैं !
वह सरकारी अस्पतालो में पर्चा बनवाने से लेकर डाक्टर तक को दिखाने के लिए घिघियाते हुए हर सरकारी अस्पताल में नज़र आ जाते हैं।
कब बदलेंगी चिकित्सा व्यवस्था, कब जागेगी सरकार, कब बनेंगे डाक्टर भगवान का रूप ?