राष्ट्रपति के नाम इस खुले खत में मुस्लिमो की क्या क्या अर्जगुजारिष है ?
सेवा में
श्रीमान महामहिम राष्ट्रपति महोदय जी
भारत सरकार,
विषय
*जे.एन.यू के छात्र नजीब की गुमशुदगी,भोपाल फर्ज़ी एनकाऊन्टर,झारखणड के मिन्हाज अंसारी की पूलिस कस्टडी में हत्या,मुस्लिम परसनल लॉ में सरकार की दखल अंदाज़ी,नोटबैन से हो रहे मानवअधिकार हनन आदि मुआमलों के बारे में,*
मान्यवर !
हम एक पक्के, सच्चे, भारतीय हैं,आज़ादी की लड़ाई में हमारे पूर्वजो ने अपनी जान का बलिदान दिया है,
प्रत्येक घर से एक एक व्यक्ति ने जँग ऐ आज़ादी की लड़ाई लड़ी है!
आज़ादी के बाद से आज तक वफादारी का परचम अपने गले पर लपेटे हुये हैं!
हम अपने आप को भारतीय होने पर गौरवशाली महसूस करते हैं,और पूरी दुनिया के सामने हम फ़ख्र के साथ कहते हैं हम भारतीय मुसलमान हैं!
इस देश की एकता व अखंडता पर जब भी आंच आती है हम मुसलमान सर पर कफन बांध कर मादरे वत़न की हिफाज़त करते हैं!
आज देश में जिस तरह से सांप्रदायिक माहौल तैयार किया जा रहा है,हिंदुत्ववादी संगठनों ने गौरक्षा,हिंदुत्व रक्षा,के नाम पर,धार्मिक व सांप्रदायिक उन्माद फैला रखा है?
इसी उन्माद का निशाना बनने वालों में पिछले दिनों झारखणड के मिन्हाज अंसारी थे!
जिनको गौरक्षकों ने पीट पीट कर पुलिस के हवाले किया,और उनकी मौत पुलिस कस्टडी में हुयी?
जब कि मिन्हाज का जुर्म सिर्फ़ इतना था कि उसने व्हाट्सएप्प पर गोशत का फोटो डाला था,जो आज तक क्लियर नहीं हो सका कि किस जानवर का था?
मान्यवर जी
इसी लिस्ट में जे.एन.यू के एक होनहार छात्र नजीब अहमद है, जिसे
ABVP के कार्यकरताओं ने बूरी तरह मारा पीटा,तभी से ये छात्र लापता हैं?
पिछले एक महीने से नजीब की मां शासन व प्रशासन के यहां मारी मारी फिर रही है,और पुलिस ने बजाये
सहानाभूति के उसे घसीट कर पागलों की तरह दिल्ली भर में घुमाया है,?
आदारणीय!
ये सिलसिला यही नहीं रुकता है,पिछले दिनों भोपाल में 8 विचाराधीन क़ैदियों को फरार के
नाम पर जान से मार दिया गया,और इसे मध्यप्रदेश सरकार ने बड़ी कामयाबी के तौर पर दर्शाया!
महामहिम!
और अब केंद्रीय सरकार द्वारा कालेधन के नाम पर किये गये नोटबंदी से हो रहे मानवअधिकार हनन का मुआमला है,अचानक लिये गये इस फैसले से जहां देश भर की जनता बेहाल है पैसे के लिए मोहताज है,लोग इलाज के अभाव में मर रहे हैं,बच्चों को दूध तो बड़ों को खाना नहीं मिल रहा है,अब तक 30 लोगों की अफिशियल मौत हो चुकी है?
मान्यवर!
इस तरह के वाकिये देश की गंगा जमुनी तहज़ीब,आपसी सौहार्द को खत्म करने वाला,और लोकतंत्र के मापदंडों की धज्जियां उड़ाने वाले हैं?
इसी लिये आपसे विनम्र अनुरोध है कि भोपाल एनकाऊन्टर की सुप्रीम कोर्ट से निश्पक्ष जांच करवा कर कुसूरवारों को सख्त से सख्त सज़ा दें,!
साथ ही नजीब को वापिस लाने के लिये केंद्रीय सरकार,और गृह मंत्रालय को एक्शन कमेटी बना कर जल्द ही नजीब को खोज निकालने का आदेश दें!
और ABVP पर देश के अमन व सलामती को आग लगाने की वजह से प्रतिबंध लगायें।
साथ ही मुस्लिम परसनल लॉ में सरकारी दखलअंदाज़ी को रोकने हेतू कठोर क़दम उठाईये,
और केंद्रीय सरकार से नोट बैन के फैसले से हो रहे नुक़सानों से निमटने के संसाधन का इंतिज़ाम करने को कहें,
क्योंकि इस देश में अब आपके अलावा हमारी कोई सुनता ही नहीं है?
हर किसी की उम्मीद भरी निगाहें आप ही की तरफ़ हैं,अब आप कुछ तो बोल ही दीजिये ताकि
125 करोड़ देशवासियों को आपके पद की गरिमा और संवेदनशीलता का इहसास हो जाये
हम आपके सदैव आभारी होंगे ?मुस्लिम यूनिटी।