मेडिकल कालेज में कर रहा था नौकरी, नौकरी दिलाने के नाम पर धोखधड़ी, मंदिर में भी कर रहा था पुजारी का काम

पटना, सीकर
से रिपोर्टर डी आलम की रिपोर्ट

मेडिकल कॉलेज में नौकरी के नाम पर ठगी:बिहार से पकड़ा गया आरोपी, मंदिर में पुजारी का कर रहा था काम।

सीकर जिले की जीणमाता थाना पुलिस ने पटना के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में नौकरी लगवाने के नाम पर रुपए ऐंठने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी कई दिनों से फरार था जो बिहार में एक मंदिर में पूजा पाठ का काम करने लग गया था। जहां से पुलिस ने उसे दस्तयाब कर लिया। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी हुई है। वही मामले में फरार अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

थानाधिकारी रामवतार गिठाला ने बताया कि रैवासा गांव निवासी कुशल कुमार ने 4 नवंबर 2022 को रिपोर्ट दर्ज करवाई कि वह बीएससी परीक्षा पास करने के बाद साल 2019 में नौकरी की तलाश में था। इसी दौरान उसके ताऊ के लड़के निशांत ने कॉल करके उसे बताया कि पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में वैकेंसी है।

निशांत ने कुशल से उसके डॉक्यूमेंट भी मंगवा लिए। इसके बाद कुशल के मेल आईडी पर एक रजिस्ट्रेशन नंबर और रोल नंबर आया। साथ ही सूचना लिखी थी कि 1 जून 2020 से 7 जून 2020 के बीच इंटरव्यू है।
कुशल इंटरव्यू देने के लिए पटना पहुंच गया। जहां उसकी मुलाकात निशांत से हुई। निशांत ने वहां अपने दोस्त नंदू से मुलाकात करवाई। और बताया कि नंदू झा पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में नौकरी करता है। जो कुशल को भी नौकरी लगवा सकता है। जिसके लिए 5 से 6 लाख रुपए लगेंगे। यदि नौकरी नहीं लगी तो पूरे पैसे वापस मिल जाएंगे।

दोनों ने वहां कुशल से करीब 39,500. रुपए लिए और उसकी मुलाकात हॉस्पिटल में रिशभ हिमांशु से करवाई। हिमांशु ने कुशल को एक लेटर दिया और उसे हॉस्पिटल में ले जाकर जमा करवाया। इसके बाद तीनों लोगों ने मिलकर कुशल से करीब 6.41 लाख रुपए ले लिए। और उसे एक आईडी कार्ड भी व्हाट्सएप कर दिया। लेकिन कुशल की नौकरी नहीं लगी। जब कुशल उनसे नौकरी की बात करता तो तीनों कहते कि जल्द ही नौकरी लग जाएगी।

आरोपियों ने इस दौरान 30 हजार रुपए राजीव नाम के युवक के अकाउंट में कुशल से जमा भी करवाए। चारों आरोपियों ने मिलकर कुशल से करीब 7.51 लाख रुपए ऐंठ लिए।

पुलिस ने निशांत,नंदू, रिशभ और राजीव के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस इन्वेस्टिगेशन में सामने आया कि आरोपी नंदू के पिता बृजेश झा के अकाउंट में भी रुपए ट्रांसफर हुए। ऐसे में मुखबिर और तकनीकी सूचना के जरिए पुलिस बृजेश झा की तलाश में बिहार के सीतामडी जिले के सुधिर नगर इलाके पहुंची। जहां आरोपी बृजेश झा (50) जानकी माता के मंदिर में मिला। पुलिस ने आरोपी को वहां से दस्तयाब कर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी इसी मंदिर में पूजा पाठ का काम करता था। आरोपी की गिरफ्तारी में कांस्टेबल रमेश,महेंद्र और कमलेश की अहम भूमिका रही। फिलहाल पुलिस अब मामले में फरार चल रहे अन्य आरोपियों की तलाश है।

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