महाडा में फर्जी कागजात के जरिये घर बेचने वाले दलालो के साथ, अब सरकारी अधिकारिओं की भी खैर नहीं ।
मुंबई :- मेहमूद शेख .
आरसीएफ पुलिस ने घोटाले का भंडाफोड़ कर एक बीएमसी अधिकारी सहित तीन आरोपियों को चेंबूर के माहुल गांव इलाके की एमएमआरडीए द्वारा बनाई गई इमारत के फ़्लैट को बोगस कागज़ात और फर्जी फ्लैट मालिक की मदद से बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार बीएमसी अधिकारी सचिन मस्के बीएमसी ई वार्ड का रेंट सुपरवाइजर है और इसने दो दलालो की मदद से आठ लोगो से ४४ लाख रूपए ठगने का काम किया है। पुलिस आरोपी को पुलिस हिरासत में लेके आगे की जाँच कर रही है। पुलिस का आह्वान है की जो भी इनके शिकार हुए है वह पुलिस ठाणे में शिकायत दर्ज कराये।
आरसीएफ पुलिस थाने के पुलिस उप निरीक्षक ‘ सचिन सानप ‘ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी ठाणे शहर का रहने वाला सचिन मस्के (३७) जो की पहले एम वार्ड (पश्चिम) में था पिछले साल ही उसका तबादला ई वार्ड में हुआ है। इसने अपने दो दलाल साथी वाशी नाका का ‘सुरेश कुमार दास’ (३५) और विक्रोली के ‘समीर शेख उर्फ़ नज़ीर’ (४१) की मदद से आठ लोगो को आठ -आठ लाख रूपए में घर बेचने के नाम पर ४४ लाख रूपए की ठगी की है और ये घोटाला २०१४ से २०१८ के बीच हुआ है।
पुलिस के अनुसार मामला उस समय प्रकाश में आया जब मनपा ने उन इमारतों में रहने वालो की जानकारी लेना इकठ्ठा किआ और इन आठ लोगो के घर के कागज़ात और घर मालिक दोनों ही फर्जी साबित हुए !
एमएमआरडीए ने वर्षो बाद एसआरए योजना के तहत चेंबूर के माहुल गांव इलाके में एमएमआरडीए की कॉलोनी बनाई, जिसमे तक़रीबन १२ हजार घर थे और बाद में उन घरों को मनपा के हवाले कर दिया था। गिरफ्तार दोनों दलाल ने मनपा अधिकारी ‘ सचिन मस्के ‘के साथ मिल कर लोगो को ठगने का काम शुरू किया था लेकिन इनका शिकार कुछ और हो पाते आरसीएफ पुलिस ने इस घोटाले का भंडाभोड़ कर आरोपिओं को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। पुलिस के मुताबिक कुछ सरकारी अधिकारियों की मदद से इलाके के दलाल लोगो को सस्ते घर देने के नाम पर ठगी का काम कर रहे है ,जिसकी वजह से गरीब वर्ग के लोग इनका शिकार हो रहे है और ऐसे गिरोह को बेनकाब कर आरोपी के खिलाफ सख्त करवाई की जा रही है।
पुलिस की जाँच !
सहायक पुलिस आयुक्त,बजरंग बंसोड़े,ने बताया कि हम मामले की जाँच कर रहे है और जो भी कसूरवार पाया जायेगा उसके खिलाफ करवाई होगी फिर वोह कोई भी अधिकारी हो या दलाल।
पुलिस इस बात की जाँच कर रही है ,की गिरफ्तार आरोपी कहाँ से बोगस दस्तावेज़ बनाते थे और अभी तक इन लोगो ने कहाँ-कहाँ और कितने को अपना शिकार बनाया है, ये जाँच के बाद सामने आएगा। मनपा अधिकारी की भी जाँच की जा रही है और अभी वह पुलिस हिरासत में है।