महज देते रहे धमकियों पर धमकियां इसके सिवाय कुछ नही बिगाड़ सके मूर्ख डोनाल्ड ट्रंप ?

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रिपोर्टर.

इस बारे में अटकलें तेज़ हो गई हैं कि नए साल में अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प की मूर्खता का नज़ारा कहां दिखाई देगा।

इस संदर्भ में ब्रिटिश अख़बार डेली टेलीग्राफ़ ने लिखा है,कि जिस तरह बीते साल में ट्रम्प ने सीरिया के हुम्स शहर के क़रीब शुएरात सैन्य छावनी पर क्रूज़ मिसाइल फ़ायर किए थे उसी तरह वह नए साल में उत्तरी कोरिया पर भी हमला कर सकते हैं।

वरिष्ठ ब्रिटिश अधिकारियों के हवाले से अख़बार ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ट्रम्प अपनी इज्ज़त बचाने के लिए उत्तरी कोरिया के ख़िलाफ़ सीमित हमला कर सकते हैं।
क्योंकि वह उत्तरी कोरिया को बड़ी बड़ी धमकियां देने के बाद भी उसकी कुछ नहीं बिगाड़ सके हैं जिसके कारण ट्रम्प ख़ुद मज़ाक़ बन कर रह गए हैं!

पश्चिमी टीकाकारों का कहना है कि हो सकता है कि ट्रम्प ईरान के ख़िलाफ़ भी कोई छोटा हमला कर सकते हैं।
ईरान और उत्तरी कोरिया के बारे में अमरीका की विदेश नीति वास्तव में अनिश्चय से ग्रस्त दिखाई देती है और ट्रम्प अपनी धमकियों की लाज रखने के लिए सीमित हमले जैसी कोई कार्यवाही कर सकते हैं।

बहरहाल उत्तरी कोरिया के शासक किम जोंग ऊन ने नए साल के अवसर पर अपने संदेश में साफ़ साफ़ कहा है कि यदि अमरीका ने कोई भी हमला किया तो वह उसका जवाब ज़रूर देंगे।

इसका मतलब यह है कि यदि अमरीका सीमित कार्यवाही करना चाहता है तो वह सीमित नहीं रहेगी बल्कि काफ़ी आगे जा सकती है।

अमरीका की धमकियों के बाद  उत्तरी कोरिया 16 मिसाइल परीक्षण व छठां परमाणु परीक्षण कर चुका है।
वह अमरीकी हेलीकाप्टर गिरा चुका है। उसने अमरीका की जासूसी नौका को भी पकड़ लिया था।
दोनों कोरियाओं के बीच मे उत्तरी कोरिया के लोग दो अमरीकी कमांडरों की हत्या भी कर चुके हैं।

उत्तरी कोरिया ने यह सब तब किया था जब उसके पास परमाणु वारहेड और अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल नहीं थे तो अब उत्तरी कोरिया का जवाब क्या होगा जब उसके पास अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल भी हैं और परमाणु वारहेड भी हैं।

ट्रम्प ने वर्ष 2017 के आख़िरी महीने में अमरीकी दूतावास तेल अबीब से बैतुल मुक़द्दस स्थानान्तरित करने का फ़ैसला काके सारी दुनिया को अपने ख़िलाफ़ लामबंद कर दिया।

यह पता नहीं कि वह नए साल में कौन सी मूर्खता करेंगे।
यदि उन्होंने ईरान के ख़िलाफ़ कोई कार्यवाही की तो अमरीका के घटक इस्राईल को और क्षेत्रीय देशों में मौजूद अमरीका की सैन्य छावनियों को इसका ख़मियाज़ा भुगतना पड़ेगा क्योंकि ईरानी मिसाइल इन स्थानों पर बरसेंगे।

यदि उन्होंने उत्तरी कोरिया पर हमला किया तो उत्तरी कोरिया के मिसाइल परमाणु वारहेड के साथ वाशिंग्टन, न्यूयार्क या फिर लास एंजेलेस में गिर सकते हैं।

ट्रम्प के सामने विकल्प बहुत कठिन हैं , इस लिए अधिक संभावना इस बात की है कि धमकियां देते रहेंगे इससे आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं करेंगे।

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