मस्जिद मंदिर का लफड़ा वह कौन दो प्रमुख मुद्दई है जो कोर्ट के बाहर बातचीत से निपटाने को है तैयार ?
रिपोर्टर.
अयोध्या विवाद को लेकर बाबरी मस्जिद के दो मुद्दई आपसी बातचीत से विवाद निपटाने को तैयार हैं।
उन्होंने लिखित पत्र में कोर्ट के बाहर विवाद निपटाने का समर्थन किया है।
लंबे समय से अयोध्या में रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद चल रहा है।
इस विवाद में बाबरी मस्जिद के दो मुख्य याचिकाकर्ता कोर्ट के बाहर समझौता करने को तैयार हैं।
हाजी महबूब अहमद और मोहम्मद उमर ने सोमवार को कहा है कि वे लोग कोर्ट से बाहर विवाद निपटाने को तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि अयोध्या विवाद में कोर्ट के बाहर विवाद का निपटारा होने से हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच सद्भावना बनी रहेगी।
केस के एक प्रमुख मुद्दई ने इस संबंध में ‘आर्ट ऑफ लीविंग’ के गुरू श्री श्री रविशंकर की परस्पर वार्ता के जरिए हल निकालने की पूर्व में की गई कोशिश का समर्थन किया है।
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अयोध्या प्रकरण के प्रमुख मुद्दई हाजी महबूब अहमद ने आज अपने एक लिखित बयान में कहा है कि वह रविशंकर के प्रयासों का पूरा समर्थन करते हैं।
और आपसी बातचीत के जरिए निकाले गए हल से ही लंबे वक्त तक हिंदू और मुसलमानों के बीच सौहार्द कायम रह सकता है।
हाजी महबूब ने कहा “श्री श्री रविशंकर के अयोध्या मुद्दे को आपसी भाईचारे से हल करने के प्रयासों से हम भलीभांति परिचित हैं।
हमारा मानना है कि अयोध्या मुद्दे का अदालत से बाहर किया गया फैसला ही हिंदुओं और मुसलमानों के बीच लंबे समय तक शांति सौहार्द और सद्भाव कायम कर सकता है।
हम उनके प्रयासों की प्रशंसा करते हैं और पूर्ण रूप से उनका समर्थन करते हैं।
अंजुमन मुहाफिज मस्जिद व मकाबिर संगठन के अध्यक्ष हाजी महबूब के इस बयान पर मामले के एक और याचिकाकर्ता मोहम्मद उमर के भी दस्तखत हैं।
इसके अलावा अयोध्या की केवड़ा मस्जिद और टेढ़ी बाजार मस्जिद के इमामों ने भी इस बयान पर हस्ताक्षर किए हैं।
हालांकि बयान में श्री श्री रविशंकर द्वारा पेश किए गए फॉर्म्युले का समर्थन करने का कोई जिक्र नहीं है।
बहरहाल, इस बयान को अयोध्या मामले का बातचीत के जरिए हल निकाले जाने के परिप्रेक्ष्य में काफी अहम माना जा रहा है।