भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे कन्यादान विवाह, पीएम मोदी के मेक इन इंडिया, सपनो को किए जा रहे चकनाचूर ,उड़ा रहे शिव मामा के अफसर धज्जियां
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना मे आमने-सामने हुए PM मोदी & CM शिवराज
भ्रष्टाचार की वेदी पर होंगे कन्यादान विवाह
प्रधानमंत्री मोदी के “मेक इन इंडिया” की धज़्ज़िया उड़ा रहे शिवराज सरकार के अफसर
शिवराज सरकार के अफसरों का घालमेल, आदिवासी कन्याओं के साथ कर रहे छल
आदिवासी कन्याओं को घटिया गुणवत्ता के “मेड इन चाइना” प्रोडक्ट का मिल रहा दहेज।
जनपद पंचायत अध्यक्ष ने दहेज सामग्री की गुणवत्ता पर उठाए सवाल
जपं अध्यक्ष ने जिला कलेक्टर से जताई नाराजगी
शिवराज सरकार का भ्रष्टाचारी उपक्रम बनी “मुख्यमंत्री कन्यादान योजना
जुन्नारदेव- 14 दिसंबर 2022 को जनपद पंचायत, जुन्नारदेव के तत्वावधान में धार्मिक मान्यताओं को दरकिनार करते हुए पूस के अशुभ माह में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत कुल 391 जोडों के विवाह आयोजित कीए जा रहे हैं। इन विवाह का आयोजन कन्हान क्षेत्रीय स्टेडियम में किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के द्वारा आयोजित किए जा रहे इस मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत हो रहे इस विवाह आयोजनों में प्रदान की जा रही दहेज सामग्री की गुणवत्ता को लेकर शिवराज सरकार और उसके अफसर अब कटघरे में खडे होते दिख रहे है।
दरअसल शिवराज सरकार की इस योजना को पलीता लगाने वाले यह अफ़सर आदिवासी कन्याओं को दिए जा रहे दहेज में घटिया गुणवत्ता और चाइनीस प्रोडक्ट प्रदान कर रहे हैं। आज इसका नजारा उस समय देखने को मिला कि जब इस आदिवासी बाहुल्य जनपद पंचायत जुन्नारदेव की अध्यक्षा सविता बोसम अचानक ही दहेज सामग्री का निरीक्षण करने पहुंच गई. यहां पर उन्होंने बगैर आई एस आई मार्का चाइनीज़ टीवी को देखकर वह भड़क गई।
दरअसल यह टीवी चाइनीस ब्रांड का था। इसके अलावा इन आदिवासी कन्याओ को दिए जा रहे दहेज की अन्य सामग्री की गुणवत्ता भी जब परखी गई तो वह दोयम दर्जे से भी अधिक घटिया पाई गई।
आदिवासी सहित अन्य समस्त समाज की कन्याओं को दिए जा रहे दहेज में दिए जाने वाले अन्य सामग्री बगैर ब्रांडेड तथा स्थानीय स्तर की घटिया सामग्री से निर्मित बताए जा रहे हैं। इस दौरान जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष गोवर्धन यदुवंशी भी मौजूद थे। घटिया गुणवत्ता सहित अन्य कई मामलों में भ्रष्टाचार की शिकायत को मिलते देख जनपद पंचायत की अध्यक्षा सविता बोसम ने जिला कलेक्टर शीतला पटले से फोन पर चर्चा कर गहरी नाराजगी जताई, लेकिन इसका नतीजा भी सिफर दिख रहा है।
कुल मिलाकर इन आदिवासी कन्याओं के साथ शिवराज सरकार और उसके अफसरों के द्वारा किए जा रहे छल के बाद इस आदिवासी विधानसभा क्षेत्र में आमजनों का गुस्सा बढ़ता नजर आ रहा है। आदिवासी जनप्रतिनिधियों में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित किए जा रहे विवाह की पूर्व संध्या पर आक्रोश के इस माहौल को देखकर प्रशासन भी पशोपेश में है,
उधर जिला सीईओ कार्यालय से संपर्क किए जाने पर उक्त सामान की घटिया गुणवत्ता और चाइना कनेक्शन से पल्ला झाड़ते हुए उन्होंने अपनी गेंद जनपद पंचायत, जुन्नारदेव के अफसरों के पाले में डाल दी है। बताया जाता है कि इस कन्यादान योजना के तहत प्रत्येक नव युगल को दिए जा रहे रुपए 38000 के दहेज की सामग्री का क्रय जिला कलेक्टर कार्यालय एवं जिला सीईओ कार्यालय के संरक्षण में ही किया गया है,
जबकि स्थानीय स्तर पर अन्य सामग्रियों के लिए खरीदी पर भी सवाल उठ रहे हैं। देखना है इस मामले में अब प्रदेश की शिवराज सरकार और उसके कथित ईमानदार अफसर की जांच किस दिशा में जाती है।
प्रधानमंत्री मोदी के “मेक इन इंडिया” की धज्जियां उड़ा रही शिवराज सरकार-
आत्मनिर्भर भारत और “मेक इन इंडिया” के उद्घोष से इस देश की अर्थव्यवस्था को एक नई राह दिखाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इन योजनाओं की धज्जियां प्रदेश की शिवराज सरकार ही उड़ाते नजर आ रही है।
दरअसल पड़ोसी मुल्क चाइना के घटिया गुणवत्ता की सामग्री का मुकाबला करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा “मेक इन इंडिया” और आत्मनिर्भर भारत जैसी योजनाओं को लांच किया गया था. इन योजनाओं से काफी हद तक देश की अर्थव्यवस्था को बल मिला है, लेकिन मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के द्वारा उनकी ही इन योजनाओं की धज्जियां उड़ाते हुए “मेड इन चाइना” की सामग्री आदिवासी कन्याओं को दहेज में दी जा रही है. चाइना मेड सामग्री की खरीद कर भ्रष्टाचार को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में मोदी सरकार की पारदर्शी नीति की भी अवहेलना किए जाने की शिकायतें मिल रही है।
संवाद:सतपुड़ा प्रेस