भाजपा, खेमा बुंदेलखंड में क्यो मचा है घमासान ,किस विधायक ने मुख्यमंत्री पर करोड़ों रुपयों के लेनदेन के लगाए आरोप ?
रिपोर्टर.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने टिकटों का ऐलान कर दिया है।
टिकट ऐलान करने के 24 घंटे भीतर ही खुद भाजपा को विरोध का सामना करना पड़ा है।
दरअसल भाजपा ने बीते रोज आगामी विधानसभा चुनाव के लिये 176 उम्मीदवारों की सूची जारी की।
इसमें कई नेताओं के टिकट कटे हैं। जो अब पार्टी के विरोध में खुलकर सामने आ रहे हैं।
छतरपुर जिले की बड़ामलहरा से भाजपा विधायक रेखा यादव का भी पत्ता साफ हो गया!
उनकी जगह ललिता यादव को यहां भेजा गया है।
उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि मेरी अच्छी छवि और व्यवहार तथा जनता में मजबूत पकड़ के कारण ही बडामलहरा क्षेत्र की जनता ने मुझे दो बार जिताकर विधानसभा भेजा इसके बाद भी पार्टी ने मेरा टिकट काटा जो समझ से परे है ?
उन्होंने कहा कि विषम और विपरीत परिस्तिथियों में 2008 और 2013 के चुनावों में लगातार जीत दर्ज कराई
किंतु इसके बाद भी पार्टी ने उनका टिकट काट दिया!
उन्होंने भाजपा एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाते हुये कहा कि पार्टी एवं मुख्यमंत्री को ईमानदार लोगों की आवश्यकता नहीं है इसी के चलते मेरा टिकट काट दिया गया।
राजनीति के गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ सकती हैं।
हालांकि, उन्होंने बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़े जाने के सवाल को टाल दिया।
उन्होंने कहा कि इस बारे में वह अपने समर्थकोंं से चर्चा कर रणनीति तैयार करेंगी।
भाजपा द्वारा पहली सूची में घोषित किए गए उम्मीदवारों पर नजर दौड़ाएं तो एक बात साफ हो जाती है कि पार्टी ने मंत्री ललिता यादव को छतरपुर से बड़ा मलेहरा भेजा है,
तो सांसद लक्ष्मी नारायण यादव के बेटे सुधीर यादव को सुरखी से उम्मीदवार बनाया है।
इसी तरह चंदला से विधायक आरडी प्रजापति का टिकट काटकर बेटे राजेश को मैदान में उतारा है।
बीजेपी ने छतरपुर के जिलाध्यक्ष की पत्नी अर्चना सिंह, टीकमगढ़ की नगरपालिका अध्यक्ष के पति राकेश गिरी पर दांव लगाया है।