बच्चों के लिए मोबाइल कितना खतरनाक है? मा की डांट से गुस्साए बेटे ने लगाई फांसी !
रिपोर्टर.
क्या आपके बच्चे को भी लत है मोबाइल की ध्यान दे
वर्ना गलत हो सकताहै।
महिला ने अपने बेटे को मोबाइल बंद करके पढ़ने के लिए बोला तो बेटे को इतना ज्यादा गु्स्सा आ गई कि उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हम अक्सर बच्चों को चुप कराने के लिए या उनसे पीछा छुड़ाने के लिए उनके हाथ में मोबाइल थमा देते हैं।
ये आदत उनमें ऐसे घर करती है कि वे उसके आदि हो जाते हैं। फिर वो मोबाइल कई बार बहुत जानलेवा हो जाता है।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक ऐसी ही घटना सामने आई है।
जिसने हम सबको सोचने पर विवश कर दिया है, दरअसल सीपत सीआईएसएफ फैमिली कॉलोनी की रहने वाली महिला ने अपने बेटे को मोबाइल बंद करके पढ़ने के लिए बोला।
तो बेटे को इतना ज्यादा गु्स्सा आ गया कि उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ज़िन्दगी तमाम कर दी! घटना शुक्रवार शाम सीपत थानांतर्गत ग्राम जांजी स्थितसी आईएसएफ फैमिली कॉलोनी की है। पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है।
सीपत पुलिस के अनुसार, सीआईएसएफ फैमिली कॉलोनी जांजी निवासी संध्या पति स्व. सुरेश धु्रव सीआईएसएफ में आरक्षक हैं।
उनका बड़ा बेटा सोमेश (17) कक्षा 9 वीं का छात्र था।
वह पढ़ाई में कमजोर था,शुक्रवार शाम करीब साढ़े ४ बजे वह मोबाइल के फंगशन देख रहा था।
तभी संध्या ने उसे पढ़ाई करने की ताकीद करते हुए डपट लगाई।
इसके बाद सोमेश अपने कमरे में चला गया। वहीं संध्या अपने कमरे में आराम करने चली गई।
इसी बीच सोमेश ने अपने कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली!
एक घंटे के बाद संध्या उसके कमरे में गई तो फांसी के फंदे पर सोमेश की लाश लटकती मिली।
सूचना मिलने पर सीपत पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारा और मच्र्युरी भेजा।
मर्ग कायम कर पुलिस जांच की जा रही है।
सैलफोन का इस्तेमाल बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि सैलफोन ब्रेन कैंसर का कारण हो सकते हैं।
हालांकि कुछ वर्षो से दुनियाभर में सैलफोन और मोबाइल रेडियेशन से कैंसर का खतरा बहस का मुद्दा बना हुआ है,
जहां एक तरफ विशेषज्ञ मोबाइल रेडियेशन को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक मानते हैं वहीं दूसरी ओर मोबाइल कंपनियों का दावा है कि सैलफोन या मोबाइल रेडियेशन से स्वास्थ्य को लेकर कोई खतरा नहीं है।
लेकिन हाल ही में बाल्टिमोर मे हुए शिशु रोग विशेषज्ञों के सम्मेलन में इसको लेकर हुए शोधों के निष्कर्षो को रखा गया , जिसमें सामने आया है कि सैलफोन का इस्तेमाल बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
रिसर्च में पैरेंट्स और गर्भवती महिलाओं को सैलफोन के इस्तेमाल को लेकर अधिक सजग रहने की हिदायत दी गई है।