पहले चरण के अब मतदान बाद कुछ तथ्यों का पता चल ही गया
विशेष संवाददाता एवं ब्यूरो
2024के लोकसभा चुनाव के पहले दौर के मतदान के बाद दो बातें बहुत साफ दिख रही हैं :-
1. नरेंद्र मोदी की कोई लहर नहीं है।
2. वोटिंग परसेंटेज में 6% तक की कमी मायूस चेहरों की पेशानी पर हार की परछाई दिखा रही है।
गौर तलब रहे कि 42 डिग्री के पार जाती गर्मी के बीच बीजेपी के मुद्दे हवा हवाई हो गए हैं। लोगों के बीच महंगाई और बेरोजगारी का मुद्दा बड़ा है।
राहुल गांधी ने बिल्कुल सही कहा था कि एक अंडर करेंट है, जमीन पर जबरदस्त एंटी इनकंबेंसी है।
आम लोग अब समझ चुके हैं कि मोदी सत्ता ने 10 साल में सिर्फ चंदा देने वाले अमीरों की चरण वंदना की है। अवाम को कुछ नहीं दिया, सिवाय लूटने के।
प्रचार और मीटिंग कर रहे बीजेपी के नेताओं को यह साफ नजर आ रहा है कि साउथ में बीजेपी साफ है, और नॉर्थ तथा ईस्ट में बीजेपी हाफ है।
नतीज़ा यह कि माहौल को गरमाने की अपील की जा रही है। मतलब दंगे भड़काने की, सांप्रदायिकता और हिंदू–मुस्लिम का एजेंडा।
पीएमओ, अमित शाह और बीएल संतोष को टैग करके ब्लूटिक धारी कोई बालियान साहब मोदी जी से अपील कर रहे हैं कि “चुनाव को गर्माइये और चुनाव कैसे गरमाये जाते हैं, यह आपको अच्छे से पता है।
इस ट्वीट से साफ साफ समझ आ रहा है कि चुनाव की खामोशी से भाजपा के समर्थक परेशान है और बोखलाये हुए है। तो अब वो चुनाव को गर्माना चाहते हैं।
समझ तो आप भी गये होंगे कि चुनाव में गर्मी का मतलब क्या होता है? आपको याद है ना 2019 के चुनाव में कैसे गर्मी आयी थी ?
नारंगी विचारधारा के नेता तो नेता, इनके तो समर्थक भी जीतने के लिए किसी भी हद तक गिरने को तैयार बैठे हैं।
सावधान रहिए और याद रखिए कि चुनाव की ख़ामोशी ही आपकी जीत है।
अपनी जमीन पकड़े रहें। इंडिया ब्लॉक आज से और एकजुट होगा, क्योंकि जीत सामने दिख रही है।
संवाद;पिनाकी मोरे