दौड़ा दौड़ा कर पीटा,लाठी डंडों से किया पुलिस पर हमला

पटना

बिहार पुलिस को दौड़ा दौड़ा कर पीटा,लाठी-डंडा और धारदार हथियार से हमला, दारोगा लहूलुहान,जानिए क्यों हुआ बवाल

एक बार फिर पुलिस पर हमला हुआ है,ये हमला मुंगेर जिला के सफियासराय थाना इलाक़े के हेरूदियारा पेट्रोल पंप के नज़दीक तब हुआ जब परिवहन विभाग की टीम वाहन जांच कर रही थी, इसी दौरान लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से लैस भीड़ ने कहर बरपा दिया।

यह हमला इतना अचानक और बेरहम था कि चंद लम्हों में हालात काबू से बाहर हो गए।हमले में परिवहन विभाग के दरोगा राज कुमार और सरकारी चालक गुड्डू कुमार बुरी तरह जख़्मी हो गए, जबकि महिला दारोगा रिया कुमारी भी चोटिल हुईं। चश्मदीदों के मुताबिक, गुड्डू कुमार के दाएं हाथ की दो उंगलियां तेज़धार हथियार से कट गईं और राज कुमार की पीठ पर लाठी के वार से गहरे ज़ख्म उभर आए। सभी घायलों को आनन-फानन में सदर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है।

जानकारी के मुताबिक, बुधवार की देर शाम परिवहन विभाग की टीम हेरूदियारा पेट्रोल पंप के पास रूटीन वाहन जांच कर रही थी। इसी दौरान लखीसराय की ओर से आ रहा बालू लदा एक ओवरलोड हाइवा ट्रक रोका गया। टीम की पूछताछ में पता चला कि वाहन के पास न तो वैध चालान था और न ही पॉल्यूशन सर्टिफिकेट। नियम के मुताबिक चालान काटने की कार्रवाई शुरू हुई ही थी कि माहौल गरमाने लगा।कुछ ही मिनटों में इलाके से लाठी, डंडा और धारदार हथियारों से लैस एक गुट मौके पर आ धमका।

आरोप है कि इस भीड़ ने बिना किसी चेतावनी के परिवहन टीम पर हमला बोल दिया। वारदात इतनी तेज़ी से हुई कि टीम के पास बचाव का कोई वक़्त नहीं था। किसी तरह मौके का फ़ायदा उठाकर अफ़सर वहां से जान बचाकर भागे।हमले की ख़बर फैलते ही पुलिस मौका ए वारदात पर पहुंची, मगर तब तक हमलावर ग़ायब हो चुके थे।

घटनास्थल से लाठी-डंडे और टूटे शीशे के टुकड़े बरामद हुए हैं।जिला परिवहन पदाधिकारी एसके अलबेला ने इस घटना को “अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और क़ानून के खिलाफ़” बताया। उन्होंने कहा, “हमलावरों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई होगी,*सफियासराय थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है* इस वारदात के बाद हेरूदियारा और आस-पास के इलाकों में तनाव का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ओवरलोड बालू का कारोबार यहां लंबे समय से चल रहा है, और जब भी प्रशासन नकेल कसने की कोशिश करता है, ऐसी वारदातें घटती हैं।वहीं, सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि यह हमला सुनियोजित था और हमलावरों का मक़सद सिर्फ़ चालान रुकवाना नहीं बल्कि सरकारी टीम को डराना भी था। फिलहाल पुलिस कई संदिग्धों से पूछताछ कर रही है और इलाके में गश्त तेज़ कर दी गई है।

साभार; डी आलम शेख
ब्यूरो चीफ

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