देश में कैसे बदला जा रहा है कालाधन ?
मुंबई . मेहमूद शेख ।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी ने कालेधन के संबंध में बहोत ही कड़ा फैसला लिया , जिससे 8 नवंबर की रात को पुरे देश में खलबली मच गयी ।
यह फैसला मोदी सरकार ने जनता के हित में किया है , ऐसा सरकार का कहना है ।
इस फैसले के बाद मोदी सरकार ने कहा की देश में आतंकवाद पर रोक लगाने का इससे अच्छा तरीका नही हो सकता था ।
इसी के साथ साथ प्रधानमंत्री मोदी जी अपने जापान दौरे पर कहा की , मैने जो फैसला लिया है उससे लोगो को थोड़ी परेशानी तो होगी , लेकिन कुछ ही दिनों में हालात फिर से पहले जैसे हो जायेंगे ।
लोग कौन सा तरीका अपना रहे है कालेधन को सफ़ेद करने में ?
मीडिया डिटेक्शन टीम ने मुंबई की काफी बैंको में सर्वे किया , सरकार के इस फैसले से कुछ जनता खुश और कुछ नाराज़ दिखी ।
काफी लोगो ने कहा की हमारी कतार में कोई कालाधन वाला नजर ही नही आ रहा , इस कतार में सिर्फ वही है जो लोग अपना रोजमर्रा का काम करते है ।
मीडिया डिटेक्शन टीम के अनुसार उन्ही कतार में कालेधन को सफ़ेद करवाने के लिए , 18 से 25 साल के उम्र वाले बच्चों को चुना गया । टीम ने जब बैंको में सर्वे करते वक़्त देखा तो एक एक बच्चा रोज़ अलग – अलग बैंको की कतार में खड़ा दिखा और उसे 4000 रूपये बदल कर लाने पर गुप्त तरीके से 5% दिया जाता है ।
कालाबाजारी करने वाले लोग रोज नवजवान बच्चों के आधारकार्ड , पेनकार्ड , ड्राइविंग लायसेंस , का इस्तेमाल करके अपना कालाधन सफ़ेद कर रहे है ।
एक ही इलाके के 5 से 6 बैंको की कतार में खड़ा होकर प्रतिदिन हर एक बच्चा 20 से 24 हजार रुपये का कालाधन सफ़ेद कर लेता है । इस प्रकार से रोज लाखो का कालाधन सफ़ेद हो रहा है ।
सवाल अब भी कायम है मोदी सरकार से की क्या इसप्रकार से सफ़ेद हो रहे धन की जाँच सरकार करेगी , तथा इस तरह से कालेधन को सफ़ेद करने वाले कालाबाजारियों पर मोदी सरकार क्या करवाई करेगी , जो देश के नवजवान बच्चों का गलत इस्तेमाल कर रहे है ।