जब कब्रिस्तान के भूतों ने ट्रांसपोर्ट नगर में जमकर मचाया तांडव ?
रिपोर्टर.
ट्रांसपोर्ट कंपनी और ट्रकों में की तोड़फोड़, तीन पर जानलेवा हमला, एक कंडक्टर और दो बाबू लहुलुहान!
मंगलवार की देर रात ट्रांसपोर्ट नगर में गुंडई का नंगा नाच हुआ। इलाकाई कब्रिस्तान में रहने वाले युवकों के झुण्ड ने नदीम नाम के अपने लीडर की अगुवाई में ट्रकों और ट्रांसपोर्ट कंपनी में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की,
वहीं दो युवकों और एक बुजुर्ग को बेरहमी से पीटकर लहुलुहान कर दिया। उनका कसूर सिर्फ इतना था क़ि नशे में धुत्त इन युवकों को गालीगलौज करने से रोका था।
तोड़फोड़, मारपीट और उत्पात मचा रहे युवकों से जान बचाने के लिए जब ड्राइवर, कंडक्टर और पल्लेदार कंपनी के ऊपर स्थित घर में चढ़ गए, तो इन गुंडों ने अंदर तक घुसकर उसको बेरहमी से पीटा!
वहां बीच बचाव करने आई एक महिला और उसके पति को भी नहीं बख्शा?
मौके पर पहुंची *पुलिस और इलाकाई लोग ट्रांसपोर्ट कंपनी और घर के दरो-दीवारों पर हर जगह खून के निशान देख कर सकते में आ गए।
मौके पर मय फ़ोर्स पहुंचे ट्रांसपोर्ट नगर चौकी इंचार्ज बीपी रस्तोगी ने बुरी तरह घायल और ख़ौफ़ज़दा ड्राइवर युवक को बमुश्किल कमरे से निकाला।
कल्लू नाम के इस ड्राइवर को तुरंत उपचार और मेडिकल के लिए पुलिस ने उर्सला भेजा।
पुलिस के अनुसार टांसपोर्ट कंपनी में लगे *दो सीसीटीवी कैमरों में पूरा घटनाक्रम कैद हो गया है।
फुटेज से अन्य पांच अज्ञात हमलावरों को पहचाना जायेगा।स्नैचिंग भी करता है भूतों का ये गैंग!!
ट्रांसपोर्ट नगर कब्रिस्तान बस्ती का नदीम (26) वर्षीय और उसके साथी बाइकर गैंग बनाकर घूमते हैं।
इनमें एक की बाइक पर ‘घोस्ट राइडर’, यानी भूत, भूत की सवारी लिखा है। लोगों के अनुसार ये नदीम खुद को भूतों का गैंग लीडर कहता है।
वो दावा करता है क़ि जब बाइक हाथ में हो तो पुलिस उसको छू भी नहीं सकती?
उसपर बाइक से स्नैचिंग जैसे अपराधों का संदेह भी है।
चौकी इंचार्ज और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया क़ि ट्रांसपोर्ट नगर में जामे बिल्डिंग के बगल में स्थित आनंद अग्रवाल की बनारस फ्रेट कैरियर नाम से कंपनी है।
वारदात रात 11:30 बजे की है। कल्लू ड्राइवर लोडिंग के लिए कंपनी के सामने ट्रक लगा रहा था। इतने में अपने बाइकर गैंग के साथ वहां से निकल रहा नदीम ने सामने बाइक अड़ा दी।
ड्राइवर कल्लू, कंपनी के 55 वर्षीया बाबू फूलसिंह और शिव बाबू ने नदीम व साथियों से बाइक हटाने को कहा।
बस इतने में ही नशे में धुत्त नदीम और साथी हत्थे से उखड़ गए। आरोप है कि वो गाली-गलौज करने लगे। ड्राइवर, बाबुओं और पल्लेदारों ने विरोध किया, तो ये युवक अचानक सड़क से ईंट, गुम्मे और सरिया आदि उठाकर उनपर टूट पड़े।
नदीम और साथियों ने वहां खड़े आधा दर्जन ट्रकों के शीशे और लाइटें तोड़ डालीं।
अचानक हमले से हक्के-बक्के दोनों बाबू बाहर की तरफ, तो वहीं ड्राइवर कल्लू खुद को बचाने के लिए कंपनी के अंदर भागा।
उसका सर फूट गया था। हाथ पैरों में भी चोटें थीं। उसके पीछे हमलावर नदीम और साथी भी कंपनी में घुस गए।
अंदर इन हमलावरों ने काउंटर के चैंबरों के सारे शीशे, कंप्यूटर आदि तोड़ डाले। फिर कंपनी के ऊपर स्थित मकान पर चढ़ गए।
यहां रहने वाले दो परिवारों और पल्लेदारों ने कल्लू को बचाने का प्रयास किया तो उनपर भी लात-घूंसों के बौछार कर दी।
नीचे युवकों के इस गैंग के कई और साथी भी आ पहुंचे थे। बीच बचाव कर रही महिला बमुश्किल बच सकी। कमरे के अंदर घुसकर नदीम व साथियों ने कूल कैग उठाकर कल्लू के सिर और शरीर पर कई प्रहार किए!
लहूलुहान कल्लू वहीं गिर पड़ा। उसको मरणासन्न छोड़कर चीखते, चिल्लाते हमलावर नीचे आये तो एक बचे शीशे को तोडा गया। इतने में पब्लिक ने डायल 100 और थाने पर फ़ोन कर दिया।
पुलिस सायरन की आवाज़ सुनकर हमलावर गलियों में भाग निकले।