खुदका घर, मजहब छोड़ वह बन गई रुखसार से माही लव मैरेज करके पछताई शेखर प्रेमी पति ने कर दी ऐसी तबाही अब ,जुल्मों सितम से तंग आकर दे रही आत्मदाह की धमकी, इस्लाम धर्म को त्याग कर गैर के साथ लव मैरेज करना पड़ा भारी?
यूपी से
विशेष संवाददाता मो अरशद की खास रिपोर्ट
अपना घर, धर्म छोड़ रुखसार से बन गई माही, लव मैरिज करके कुछ दिन बाद ही प्रेमी से पति बने शेखर ने साथ छोड़ा। जीजा को परोसना चाहता था पत्नी, अब इंसाफ की गुहार लगाते हुए प्रेस वार्ता कर आत्मदाह की चेतावनी दी।
UP: मुज़फ्फरनगर में पति के जुल्म और सितम से तंग आकर इंसाफ की आस लिए छह माह से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही पीड़ित महिला को नहीं मिल रहा इंसाफ। पीड़ित ने खाकीधारी रक्षकों पर भी सुनवाई न करने का आरोप लगाया हैं।
पीड़ित महिला ने गत 2021 में मुस्लिम धर्म से हिंदू धर्म को अपनाकर की थी लव मैरिज। पीड़ित महिला ने ज़िला प्रशासन को एक सप्ताह में इंसाफ न मिलने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है।इस हफ्ते के बुधवार को नई मंडी निवासी रुखसार ऊर्फ माही ने मीडिया सेंटर के पत्रकारों से वार्ता करते हुए अपना पीछले तीन सालों में पति द्वारा दी गई यातनाओं का बखान किया, वही पीड़ित महिला ने सोशल मीडिया के माध्यम से ज़िला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को भी आप बीती से अवगत कराते हुए इंसाफ की गुहार लगाई है।
पीड़ित महिला का आरोप हैं कि नई मंडी निवासी शेखर से करीब तीन साल पूर्व प्रेम प्रसंग हो गया था, मगर दोनों के दरमिया अलग अलग समुदाय की दीवार आ रही थी, जिसको तोड़ने एवं एक दूसरे के होने के लिए रुकसार ने हिंदू धर्म अपना लिया और रुकसार से माही बन शेखर की हों गई।
आरोप है कि शादी के कुछ दिनों बाद ही शेखर माही से घृणा करने लगा और दूरियां बनाने लगा। आरोप हैं कि रुकसार ऊर्फ माही ने जब रिश्तों में बढ़ रहीं दूरियों का कारण पूछा तो शेखर ने तलाक देने की बात कही। आरोप है कि तभी से शेखर रुखसार ऊर्फ माही को जान से मारने का षडयंत्र रच रहे हैं। आरोप ऐसा भी है कि पीड़ित महिला को धमकी भरे फोन भी कई बार आ चुके हैं।
जिसके कारण उक्त आरोप है कि शेखर अपने जीजा के साथ संबंध बनाने के लिए भी कई बार दबाव बना चुका है। पीड़ित महिला का कहना है कि शेखर की बात न मानने पर जान से मारने की धमकी दी जाती है। पीड़ित रुखसार उर्फ माही ने पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन पर भी कार्यवाही न करने का आरोप लगाया है।
पीड़िता का कहना है कि पिछले छह महीनों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर केवल इस आस को लेकर काट रही है कि उसको कभी न कभी तो इंसाफ मिलेगा मगर कोई किसी प्रकार का इंसाफ तो दूर की बात है, आश्वासन
भी खाकी धारियों के द्वारा नहीं दिया गया है जिससे क्षुब्ध होकर पीड़ित महिला ने जिला प्रशासन से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है। पीड़ित महिला का कहना है कि यदि उसको एक सप्ताह में इंसाफ नहीं मिला तो वह कलेक्ट्रेट स्थित जिला अधिकारी कार्यालय के सामने ही आत्मदाह करेगी।