कैश के लिए लाइन में लगे लोगों की मौत पर ज़िम्मेदारी के साथ क्या मुआवजा घोषित करेगी सरकार ? ऐसे कड़े शब्दोंमें बीजेपी एवम् संघ से जुड़े किस नेता ने कहा ?
रिपोर्टर,
एक तरफ नोटबंदी को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार के खिलाफ लामबंद हो गई है, तो दूसरी ओर पूर्व संघ प्रचारक और बीजेपी नेता रह चुके के एन गोविंदाचार्य ने नोटबंदी पर सरकार को घेरा है!
गोविंदाचार्य का कहना है कि नोटबंदी के कारण लोगों को कैश की दिक्कत आ गई है?
लोग बैंकों और एटीएम के बाहर रोजाना घंटों लाइन में लग रहे हैं, इस दौरान जिन लोगों की मौत हो रही है उनके मुआवजे की जिम्मेदारी भी सरकार पर है!
सरकार से अपील है कि देशभक्ति के लिए मरने वालों के परिवार को सरकार उचित मुआवजा दे!
गोविंदाचार्च ने कहा कि नोटबंदी को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 8 नवंबर के बाद अलग-अलग कई नोटिफिकेशन जारी किए हैं, लेकिन ये नोटिफिकेशन आरबीआई के सेंट्रल बोर्ड की सिफारिश के बगैर जारी किए गए हैं. इसके लिए आरबीआई को एक लेटर भी लिखा गया है!
उन्होंने कहा कि अखबार और मीडिया में 400 करोड़ जाली नोट की बात कही गई है. अगर जाली नोट हटाना था, तो 2000 और 500 के बड़े नोट क्यों जारी किए?
अमेरिका जैसे देशों में भी सिर्फ 100 डॉलर का ही नोट है यहां भी 100 रुपये के नोट से काम चलता है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी पर जवाब देने के लिए हमने आरबीआई को 3 दिन का वक्त दिया है. उसके बाद आगे की कार्रवाई करेंगे.
कानूनी रास्ता अपनाएंगे या नहीं ये भी देखा जाएग! गोविंदाचार्य ने कहा कि सरकार ने नोटबंदी का फैसला बिना तैयारी के लिया है?