एफआईआर दर्ज होने के बाद भी पुलिस की पकड़ से कोसो दूर है रेपिस्ट कमल मोरारका,पीड़िता को कब मिलेगा इंसाफ?

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रिपोर्टर.

गंभीर धाराओं में दर्ज है मुकदमा, यूपी पुलिस ने मामला भेज दिया महाराष्ट्र !

राजधानी के प्रेस क्लब में बुधवार को फिल्मी जगत से जुड़े कमल मोरारका द्वारा महिला उत्पीडन करने के सम्बन्ध में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया।

कमल मोरारका पर रेप करने, अपहरण करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए पीड़ित यशोदा चौबे ने बताया कि उनके पति का देहांत हो चुका है और उनके दो नाबालिग बच्चें है जिनको लेकर वह थाने के चक्कर लगा रही हैं , परन्तु एफआईआर दर्ज होने के बाद भी पुलिस कार्यवाही नहीं कर रही है।

वाराणसी में थाना रोहनियां के गांव मरूई की निवासी यशोदा ने शारीरिक शोषण, गैंगरेप तथा अपहरण की घटनाओं को लेकर एफआईआर दर्ज कराई थी।

उन्होंने बताया कि वाराणसी के जैतपुरा थाने में 24 जनवरी 2018 को एफआईआर दर्ज करवाई थी.
जिसमें 328, 376-डी, 542, 147, 504, 506, 366, 511, 120-बी धाराओं के तहत मुकदमा पंजीकृत हुआ था ।

परंतु तीन महीने बीतने को है और कमल मोरारका आजाद घूम रहा है।
यशोदा ने कहा कि कमल महाराष्ट्र में काफ़ी रसूख वाला व्यक्ति हैं और आर्थिक रूप से मजबूत कमल को राजनैतिक संरक्षण भी प्राप्त है।

उत्तर प्रदेश पुलिस पर न्याय दिलाने की जगह उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिले के कप्तान और आईजी रेंज वाराणसी के कार्यकाल में उन्हें बार बार बुला कर बयान लिए जाते हैं।
और दबाव बनाया जा रहा है जबकि मेरे बयान पहले ही दर्ज हो चुके है।

कमल मोरारका के राजनैतिक रसूख के चलते या रूपयों के बल पर जांच को महाराष्ट्र पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया है।

योगी सरकार से न्याय की गुहार लगाते हुए यशोदा चौबे ने कहा कि एक असहाय विधवा अपने दो नाबालिग बच्चों को लेकर कैसे महाराष्ट्र जा कर मामले की पैरवी कर सकती हैं?

और यदि मैं किसी तरह महाराष्ट्र जाती भी हूं तो वहां कमल मोरारका मेरी हत्या करवा सकता है।

उन्होंने बताया कि कमल मोरारका ने मुझे विधवा व असहाय समझ कर मेरी विवशता वा लाचारी का बेजा फायदा उठाते हुए निरन्तर बलात्कार किया और नग्न वीडियो बना कर मुझ पर नाजायज दबाव बनाया तथा शारीरिक संबंध बनाए रखने हेतु प्रताड़ित किया जाता रहा है !

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