आरोपी पर हमदर्द,किंतु पीड़ित महिला पर अन्याय ? तुलींज पुलिस की कैसी है ये लापरवाही ?

मेहमूद शेख.
पालघर जिले के नालासोपारा में तुलींज पुलिस की निष्क्रिय कार्यवाई से एक और औरत की जान खतरे में है?
तुलींज पुलिस का अप्रत्यक्ष सहयोग मिलने से आरोपी के हौसले बुलंद, आज एक दुष्ट पति द्वारा पत्नी के हाँथ का नस काटकर उसे जान से मारने का किया प्रयास।
पीड़ित महिला का सनसनीखेज आरोप है क़ि मदद की जगह एक पुलिस वाला पीड़ित महीला पर गन्दी नजर रखता था और शिकायत के लिए जाने पर उससे गन्दी बात भी करता था!
बीते कई महीनों से घरेलु हिंसा की शिकार रही एक गरीब महिला की मदद की बजाय पति-पत्नी का मामला बताकर पुलिस थाने से भगा दिया जाता था पीड़िता को
बता दें क़ि दर्जनों बार हुए मारपीट के मामले में मात्र 3 बार लिया N. C., उस पर भी कभी कोई ठोस कार्यवाई नही की तुलींज पुलिस ने।
पीड़ित पत्नी नालासोपारा पूर्व के एलायंस अस्पताल में भर्ती है!
ज्ञात हो कि, नवंबर महीने में भी अपने पति से एक साल से पीड़ित महिला को उसके पति ने तलवार से जान से मारने का प्रयास किया था, उस महिला ने घटना से पहले लगभग 8 NC और एक FIR दर्ज किया था। उस मामले में भी पुलिस ने समय रहते आरोपी के खिलाफ कोई सख्त कार्यवाई नही की न उसे गिरफ्तार किया।
और भी ऐसे कई मामले हैं जहाँ पीड़ित के सहयोग की जगह पुलिस उल्टा उसीको ही प्रताड़ित करती है।
पीड़ित का आरोप है कि पुलिस आरोपी पति से पैसे लेकर उसे छोड़ देती थी और पत्नी को कहती थी की अगर पति पैसा नही देता तो तुम खुद भी कमा सकती हो कमाकर खाया करो!
रोज रोज झगड़ा करके हमारे पास मत आया करो। हमारे पास और भी काम रहता है, हम सिर्फ इसी काम के लिए खाली नही बैठे हैं!
पुलिस निरीक्षक प्रकाश बिराजदार के कार्यकाल में यह पहला मामला नही है जब पीड़ित को न्याय के लिए जान जोखिम में डालना पड़ा हो।
इसी तरह एक और गंभीर मामले में पुलिस निरीक्षक प्रकाश बिराजदार द्वारा, सी पी सिंह नामक आरोपी को संरक्षण दिए हुए हैं?
धोखाधड़ी, गैंग रेप, रजिस्ट्रेशन एक्ट 82, और एक महिला पुलिस कर्मी के साथ बदतमीजी करने के मामले में आरोपी सी पी सिंह को जांच के नाम पर पुलिस सहयोग कर रही है,
जबकि इस मामले में पीड़ित शिकायतकर्ता और सहयोगी की जान को खतरा बताया जा रहा है।
उक्त मामले ऐसे है जो 7 वर्ष से अधिक सजा के हैं जिसमे आरोपी को तत्काल गिरफ्तार करना चाहिए!
लेकिन गिरफ्तार से पहले ही पुलिस मामले की जाँच की बात कहकर मामले में आरोपी को बचा रही है!
इस मामले में आरोपी ने पीड़ित रामजी त्रिपाठी के सहयोगी पत्रकार दीपक उपाध्याय को भी अप्रत्यक्ष रूप से जान से मारने की धमकी दी थी, लेकिन उस पर पुलिस ने कोई कार्यवाई नही की?
यदि तुलींज पुलिस स्टेशन में प्रलंबित सभी मामलों में जल्द ही ठोस कार्यवाई नही की गयी तो स्थानीय जनता सड़क पर उतरकर न्याय मांगने के लिए मजबूर होगी, जिसका पूर्ण जिम्मेदार स्थानीय पुलिस निरीक्षक प्रकाश बिराजदार और सम्बंधित पुलिस अधिकारी होंगे?
वर्तमान में महिला के सहयोग के लिए, स्थानीय समाजसेविका पंकजा सिंह, राजू शुक्ला, गोविन्द पांडेय एवं पत्रकार दीपक उपाध्याय मौजूद है।डॉक्टर के अनुसार आपरेशन के बाद पीड़ित महिला की हालत स्थिर है।