आंखरी दम में मुकेश उर्फ टीटू के हत्यारों को किस तरह पुलिस ने किया गिरफ्तार? जानिये स्पेशल रिपोर्ट !
रिपोर्टर.
मुकेश उर्फ टीटू पुत्र नरोत्तम सिंह निवासी धनिगा थाना पिलुआ को कैलाश व पवन कुमार पुत्र गण महावीर सिंह निवासी छीतली थाना कोतवाली देहात अपने साथ होली की कह कर ले गए थे।
लेकिन जब काफी देर तक जब मुकेश घर नहीं लौटा तो घर वालों ने कैलाश और मुकेश से पूछा गया तो उन्होंने कोई जबाब नहीं दिया।
इसके बाद घर वालों ने थाना पिलुआ मे गुमशुदगी का अभियोग पंजीकरण करा दिया!
जब पिलुआ पुलिस ने काफी खोजबीन की तो मुकेश की लाश धनिगा के जंगलों में बरामद हुई।
और उसी दिन से कैलाश और पवन दोनों भाई गायब हो गए।
पिलुआ पुलिस उसी दिन से इनको खोजने में लगी हुई थी।सुक्रवार को मुखबिर की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक सतीश कुमार यादव ने अपने हमराहियों के साथ दोनों भाइयों को अरथरा नहर के पुल से गिरफ्तार कर लिया।
थाने पर लाकर जब पुछताछ की गयी तो दोनों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए कैलाश ने कहा कि मेरे भाई पवन कुमार की पत्नी से अवैध संबंधों की बजह से हम दोनों भाइयों ने गला दबाकर हत्या की है?
पिलुआ पुलिस ने दोनो भाईयों को मर्डर केस की धारा में जेल भेजा है।गिरफ्तारी के समय एसएस आई जितेंद्र सिंह भदौरिया,एसएस आई यशपाल सिंह, बलराम सिंह, व कांस्टेबल बृजेश कुमार , उपेंद्र कुमार, रजनेश कुमार , उमेश कुमार, सुनील कुमार, अर्पित शुक्ला बीरेंद्र सिंह आदि कर्मचरियों का मुलजिमों गिरफ्तार कराने में विशेष सहयोग रहा।