अद्भुत है इस सीआरपीएफ जवान की वीरता जिसको एक बार नही बल्कि दूसरी बार भी किया जायेगा शौर्य चक्र से सम्मानित

भोजपुर
संवाददाता एवं ब्यूरो

अद्भुत है इस सीआरपीएफ जवान की वीरता, एक बार नहीं…अब दूसरी बार शौर्य चक्र से किया जाएगा सम्मानित

भोजपुर:- बिहार के आरा के जवान को शौर्य चक्र से नवाजा जा रहा है। ये पहली बार नही है, बल्कि इस जवान को बहादुरी के लिए ये तगमा दूसरी बार दिया जा रहा है। महज एक साल के भीतर किसी जवान को दूसरी बार शौर्य चक्र मिलना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। बिहार और आरा के नाम के साथ ये कीर्तिमान जोड़ने वाला जवान सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट विक्की कुमार पांडेय हैं।

विक्की कुमार पांडेय भोजपुर जिला के शाहपुर नगर पंचायत के वार्ड नं 7 के गोपालपुर के रहने वाले मूल निवासी हैं।
. साल 2023 में एक बार इनको शौर्य चक्र से सम्मानित किया जा चुका है और दोबारा 2024 के 15 अगस्त को सीआरपीएफ के द्वारा पत्र जारी करते हुए घोषणा किया गया है कि पांच नक्सलियों को मुठभेड़ में मारने और दो नक्सलियों को जख्मी हालत में गिरफ्तार करने के लिए ये शौर्य चक्र देकर सम्मानित किया जायेगा। राष्ट्रपति के हाथों जल्द ही सम्मानित करने की तिथि भी तय की जायेगी

,राष्ट्रपति के हाथों होंगे सम्मानित

गोपालपुर के रहने वाले सीआरपीएफ में डिप्टी कमांडेंट पद पर कार्यरत विक्की कुमार पांडेय को सीआरपीएफ द्वारा दोबारा शौर्य चक्र और वीरता पदक देने की घोषणा की गई है। घोषणा के बाद पूरे वार्ड नं 7 गोपालपुर गांव में खुशी की लहर है। हर लोग अपने लाल के वीरता पर एक-दूसरे को बधाई दे रहे हैं। घोषणा के बाद जल्द ही डिप्टी कमांडेंट विक्की कुमार पांडेय को राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में राष्ट्रपति के हाथों पदक दिया जाएगा. हालांकि राष्ट्रपति भवन के द्वारा अभी तिथि की घोषणा नहीं की गई है कि ये कार्यक्रम कब होगा।

कई परिवार के सदस्य पहले से कर रहे हैं देश सेवा

विक्की के छोटे चचेरे भाई भास्कर पांडेय सीआरपीएफ में ही सुरक्षा बल के जवान हैं। परिवार के सदस्यों ने बताया कि विक्की को एक बार 2023 में शौर्य चक्र से सम्मानित किया जा चुका है, तब उन्हें झारखंड राज्य के गुमला जिले में साल 2021 में 15 जुलाई को हुई मुठभेड़ के वजह दी गई थी। 2021 में गुमला में हुए मुठभेड़ में 15 लाख इनामी कुख्यात नक्सली बुद्धेश्वर उरांव, बिहार रीजनल कमेटी मेम्बर को मार गिराया गया था।एनकाउंटर के दौरान विक्की पांडेय घने जंगल में लगभग सात किलोमीटर तक नक्सलियों को खदेड़ते रहे और भारी नुकसान पहुंचाया। यहां से बड़ी मात्रा में हथियार, गोला बारूद भी बरामद किए गए थे। गुमला के जंगल में विक्की पाण्डेय 209 कोबरा कमांडो टीम का नेतृत्व कर रहे थे।

गुमला के जंगल में सर्च ऑपरेशन के दौरान कोबरा कमांडो टीम पर नक्सलियों ने हमला कर दिया था.

इस बार राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार उन्हें 2019 में कोबरा बटालियन का नेतृत्व करते हुए झारखंड के खूंटी जिला में पांच खूंखार माओवादियों को मार गिराने और दो को घायल अवस्था में गिरफ्तार करने को लेकर प्राप्त हुआ है। परिवार के द्वारा बताया गया कि 2019 में ही विक्की ने नक्सलियों की कमर तोड़ दी थी। अब उस मुठभेड़ की वजह से एक बार फिर राष्ट्रपति के हाथों विक्की को सम्मानित किया जाएगा।

संवाद: डी आलम शेख

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