PM मोदी की 30 वी मन की बात,क्या कुछ है खास इस मनकी बात में? जाने !

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रिपोर्टर.

यूपी और उत्तराखंड विधानसभा चुनावों में मिली भारी जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से ‘मन की बात’ के जरिए बात की।

रेडियो और दूरदर्शन पर प्रसारित इस कार्यक्रम की शुरुआत में पीएम मोदी ने पड़ोसी देश बांग्लादेश को आजादी की शुभकामनाएं दी और कहा कि दोनों देश अच्छे मित्र हैं !

वहीं देश के विकास में सभी देशवासियों के योगदान को रेखांकित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘सवा-सौ करोड़ देशवासियों की ये बदलाव की चाह, बदलाव का प्रयास ही है, जो न्यू इंडिया की मज़बूत नींव डालेगा?

उन्होंने कहा, सभी देशवासी अगर संकल्प करें और मिलकर कदम उठाते चलें, तो न्यू इंडिया का सपना हमारे सामने सच हो सकता है !

हर कोई अपने नागरिक धर्म और कर्तव्य का पालन करे, यही अपने आप में न्यू इंडिया की एक अच्छी शुरुआत बन सकता है !

पीएम मोदी ने साथ ही कहा, ‘मैं आपको निमंत्रण देता हूं कि स्वराज से सुराज की इस यात्रा में हम सभी जीवन को अनुशासित कर, संकल्पबद्ध करके जुड़े।

उन्होंने परीक्षा दे रहे छात्रों को तनाव न लेने का सुझाव दिया ।

उन्होंने अपने मन की बात में जलियानवाला बाग कांड और शहीद भगत सिंह को याद किया ।

उन्होंने कहा, पूरी ब्रिटिश सल्तनत भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु से डरती थी।

तभी उन्हें तय समय से पहले फांसी दे दी थी और उनकी लाश को चुपचाप जला दिया था.इससे पूर्व उन्होंने बांग्लादेश के स्वतंत्रता दिवस पर कहा, वो धरती रवीन्द्रनाथ टैगोर की याद दिलाती है।

भारत और बांग्लादेश की साझी विरासत हैं बांग्लादेश में.गौरतलब हो कि पीएम मोदी की मन की बात के लिए मांगे गए ऑनलाइन सुझाव पर कुल 3446 सुझाव आए हैं ।

उन्होंने बांग्लादेश के नागरिकों को आजादी की शुभकामना दी.मन की बात में पीएम मोदी ने कालेधन के खिलाफ लड़ाई का भी जिक्र किया।

पीएम मोदी ने यहां कहा, ‘काले धन के खिलाफ लड़ाई आगे बढ़ाने के लिए देशवासी एक वर्ष में 2500 करोड़ डिजिटल लेन-देन करने का संकल्प कर सकते हैं क्या?

इससे आप देश की सेवा करते हुए काले धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के एक वीर सैनिक बन सकते हैं ।

सफाई की तरफ देशवासियों को प्रेरित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं चाहता हूं, देशवासियों के मन में गंदगी के प्रति गुस्सा हो, जब गुस्सा होगा तब हम गंदगी के खिलाफ़ कदम उठाएंगे!

स्वच्छता आंदोलन से ज्यादा आदत से जुड़ी हुई होती है.ये आदत बदलने का आंदोलन है।

काम कठिन है, लेकिन करना जरूरी है.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि देश की नई पीढ़ी में, विद्यार्थियों में स्वच्छता का जो भाव जगा है, यह एक अच्छे परिणाम का संकेत है।

वही पीएम मोदी ने कहा कि 21 जून को अतंरराष्ट्रीय योग दिवस का तीसरा वर्ष होगा, आप अभी से तैयारी कीजिए और लाखों की तादाद में सामूहिक योग उत्सव मनाइए.

पीएम मोदी ने कहा, आपके मन में इस योग दिवस के संबंध में कोई सुझाव हों, तो ‘नमो ऐप’ के माध्यम से अपने सुझाव मुझे ज़रूर भेजें.’!

 

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