साबीका मेयर बाबूभाई भवानजी ने कहा कि मुंबई में आम लोगों के लिए लोकल ट्रेन चलाई जाये! इसके अलावा और भी कुछ कहा है , सबसे बेहतर है जाने !

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मुंबई:मुंबई के पूर्व उप महापौर बाबू भाई भवानजी ने सरकार से  अपील की है कि वह मुंबई में आम लोगों के लिए तुरंत लोकन ट्रेन चलाये और मुंबई  में सामान्य कामकाज को तीन भागों  में विभाजित करे ।

आज एक  बयान में  भवानजी ने कहाकि मुंबई में जनजीवन को पटरी पर लाने के लिए यहाँ  सुबह  7 बजे से दोपहर 2 बजे तक सरकारी आफिस,सुबह 10 बजे से 4 बजे तक कोर्ट तथा दोपहर 3 (तीन) बजे से रात 10 बजे तक दुकानों को खोलने की व्यवस्था की जाए।
दवा,दूध,भाजी,फल और अनाज की दुकानें,दवाखाने और होटल दिन भर चालू रखा जाए।
उन्होंने कहाकि यदि ऐसा हुआ तो भीड़ बंट जायेगी और लोकल ट्रेन में भीड़ नहीं बढ़ेगी उन्होंने  कहाकि बच्चों और वृद्धों को अभी लोकल ट्रेन में यात्रा करने पर प्रतिबन्ध लगाया जाये !
उन्होंने कहाकि बिना लोकल ट्रेन चलाये मुंबई में सामान्य जन जीवन पटरीपर नहीं आएगा !
भवानजी ने कहा कि बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों  का होम आइसोलेशन किया और उनका घर पर ही इलाज किया जाये ।

उन्होंने कहा है कि ऐसा होने पर सरकार पर बोझ घटेगा और आम आदमी भी प्रायवेट अस्पतालों की लूट से बच जायेगा।
उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश  में यह  प्रयोग पहले ही शुरू किया जा चुका है।
सरकार को चाहिए की वह हर एरिया के मरीजों का डेटा बनाकर उनके इलाज की जिम्मेदारी उसी क्षेत्र में रहने वाले डाक्टरों को दे दे।
ये डाक्टर मरीज के घर जाकर उसका इलाज करें ।
इस प्रकार मरीज को घर में ही इलाज मिल जायेगा और डाक्टर को अपने क्षेत्र में ही काम मिल जाएगा !
भवानजी ने मांग की है कि कोरोना की टेस्टिंग व् इलाज को मुफ्त किया जाये और इस मसले पर अस्पतालों के बारे में फ़ैल रही भ्रांतियों को दूर किया जाये ।

उन्होंने कहाकि  कोरोना का इलाज बहुत महंगा पड रहा है जो किसी गरीब के बस की बात नहीं है ।

कई लोगो घरों में कोरोना से ग्रस्त हैं ऐसे में वे  इस महंगाई में इलाज कैसे करा पाएंगे ।
भवानजी ने कहाकि जिस तरह T.B. का इलाज मुफ्त में होता है उसी प्रकार कोविड का भी इलाज मुफ्त किया जाये।
उन्का कहना है कि संकट की इस घडी में कई प्रायवेट अस्पतालों द्वारा मरीजों को लूटने  की ख़बरें आ रही है ,कई लोग दवाओं की कालाबाजारी में लगे हैं।
इसलिए इस इलाज को मुफ्त किया जाए ताकि लूट बंद हो।
उन्होंने कहाकि कि कई अस्पतालों पर मरीजों के साथ धोखाधडी करने और मरीजों को लूटने का आरोप है  जो चिंताजनक है ।

डाक्टरी पेशे पर विश्वास बनाये  रखने के लिये ये जरुरी है कि कोरोना के इलाज और टेस्टिंग की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाये !
उन्होंने कोविड अस्पतालों में सीसीटीवी लगाने तथा मृत मरीजो का पोस्टमार्टम कराये जाने की मांग की है।
भवांजी ने कहाकि पोस्ट मार्टम की विडियोग्राफी भी की जानी चाहिए ।
उन्होंने कहाकि टेस्ट रिपोर्ट और इलाज का विवरण भी मरीजों और उनके परिजनों को दिया जाना चाहिए।

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