शर्मनाक पण की हुई हद घंटो सड़क पर पड़ी रही लाश,नर्सिंग होम के डाक्टरों की लापरवाही जो बन गई मौत की वजह !

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रिपोर्टर:-

सहारा नर्सिंगहोम में उपचार करानें आए मरीज़ की मौत, अपर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ए के सिंघल पर लापरवाही का लगा आरोप।
घण्टों सड़क पर पड़ी रही लाश।
मानवता को शर्मसार करनें वाली घटना आई सामनें,सड़क पर नाली किनारे पड़ा रहा शव,परिजन शव किनारे रोते बिलखते नज़र आए।

कोतवाली नगर क्षेत्र के मोहल्ला यतीम खाना स्थित सहारा नर्सिंगहोम में उपचार हेतु आया था मृतक।
डॉक्टर ए के सिंघल पर उपचार में लापरवाही का लगा आरोप।
मृतक के पुत्र कृष्ण कुमार गुप्ता नें पत्रकारों को बताया कि उसके 50 वर्षीय पिता श्याम सुंदर पुत्र कमला प्रसाद निवासी लाला जोत ग्राम पाला थाना कोतवाली बलरामपुर देहात की अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें दिनाँक 12, सितम्बर को “सहारा नर्सिंग” होम उपचार हेतु भर्ती कराया था।

आरोपों के अनुसार अपर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ए के सिंघल नें 12, सितम्बर को सहारा नर्सिंग होम में मरीज़ श्याम सुंदर का उपचार शुरू किया मगर मरीज़ की उलझन घबराहट ख़त्म नहीं हुई।
किसी तरह रात बीती सुबह डॉक्टर सिंघल से परिजनों नें बताया कि मरीज़ को उलझन घबराहट अधिक है तब डॉक्टर नें नर्सिंग होम के कर्मचारियों से फ़ोन पर उपचार हेतु कुछ दवाएं बताईं मगर मरीज़ की तबीयत बिगड़ने लगी।
परिजनों नें कई बार डॉक्टर सिंघल को फ़ोन किया मगर डॉक्टर नें परिजनों की एक ना सुनी।
मृतक के पुत्र नें बताया कि उसके पिता नर्सिंग होम में घबराहट की वजह से टहलते रहे मगर किसी नें भी एक ना सुनी।

13, सितम्बर को मृतक घबराहट की वजह से नर्सिंग होम के बाहर लगे हैण्ड पम्प पर पानी पीने निकला और नर्सिंग होम के गेट के पास घबराहट की वजह से बैठ गया परिजनों नें नर्सिंग होम के स्टाप से काफ़ी देर तक गोहार लगाई मगर किसी नें मरीज़ को नहीं देखा जिसकी वजह से मरीज़ नें सड़क पर ही दम तोड़ दिया।

सहारा नर्सिंग होम की संवेदनहीनता का आलम यह था कि लाश को सड़क किनारे नर्सिंग होम के बग़ल नाली के पास रख दिया और परिजनों को भगा दिया। नाराज़ परिजनों नें नर्सिंग होम के गेट पर विरोध शुरू किया तो मौके पर पुलिस पहुंच गई और परिजनों को समझा बुझा कर कोतवाली नगर भेज दिया।
सूत्रों की मानें तो पीड़ित परिवार को समझा बुझा कर कोतवाली से वापस भेज दिया गया।
जिसकी वजह से पीड़ित परिवार नें कोई प्रार्थना पत्र नहीं दिया।

परिवार जन मृतक की लाश लेकर घर चले गए मगर रोते बिलखती महिलाए डॉक्टर सिंघल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मौत का जिम्मेदार बताती रहीं।
क़ाबिले ज़िक्र बात यह है कि घण्टों सड़क पर लाश पड़ी रही मगर किसी नें भी लाश को नाली किनारे से उठा कर नर्सिंग होम में रखनें की ज़रुरत महसूस नहीं की।

सूत्रों की मानें तो बता दें कि अपर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ए के सिंघल सहारा नर्सिंग होम में प्राइवेट प्रेक्टिस करते हैं।
डॉक्टर ए के सिंघल से बात करनें की कोशिश की गई ।
लेकिन उनका मोबाईल बेल जानें के बावजूद उठा नहीं जिससे उनका पक्ष नहीं लिया जा सका ।

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