वह तो हिंदुस्तान के शहेंशाह सूफी हज़रत ख्वाजा गरीब नवाज (RA) का अजूबा करिश्मा था जिन्हों ने आना सागर को एक इशारे में अपने कासे में सिमट लिया था! तुम क्या खाक हो जो अनहोनी को होनी कर पाओगे?
रिपोर्टर :-
सिंधु नदी के पानी को लेकर अनपढ़ और पढ़ी लिखी ढोर जनता को कैसे मूर्ख बनाया जाता है?
सिंधु नदी का पानी बंद कर देंगे।कहना आसान है।करना बहुत कठिन है!
जैसे कि सिंधु नदी में दो लीटर पानी हो, जो ये अपने लोटे में डाल लेंगे कमाल की बात है!
बतादें कि सिंधु में औसतन 2 लाख 30 हजार घन फीट पानी प्रति सैकंड बहता है।
जो अधिकतम 20 लाख घन फीट प्रति सैकंड तक चला जाता है।
दुनिया में इतने ज्यादा और इतने तेज बहते पानी को रोकने का कोई उदाहरण मौजूद नहीं है।
इसके 10 प्रतिशत को रोकने का बांध बनने में भी कम से कम बीस साल लग जाएंगे?
फिर भी मान लिया कि आपने किसी तरह सारा पानी रोक लिया, तो उसे डालोगे कहां?
क्या इतना बेहिसाब बेफुरात पानी चुल्लू में भर लोगे ?
अपने प्राकृतिक प्रवाह में इस पानी का अधिकांश भाग समुद्र में मिल जाता है।
विशेषकर मानसून में लेकिन इसे रोक कर आप इसका करोगे क्या?
जल प्रवाह के विशेषज्ञों के अनुसार यह पानी, 2 से तीन दिन में हिमाचल प्रदेश और पंजाब को डुबो देगा और एक सप्ताह के भीतर दिल्ली और हरियाणा को भी लील लेगा।
लेकिन हजारों सालों से पंडितों और मुल्लों को ऐसे थोड़े ही ना पाला जा रहा है?
मीडिया पर अपनी ही पीठ थपथपाने, विज्ञापन और प्रचार में अरबों खरबों क्या मुफ्त में खर्च किए जा रहे हैं?
तार्किक शिक्षा ऐसे ही थोड़े नष्ट की जा रही है?
तर्क करने वालों के क़त्ल क्या पागलपन में किए जा रहे हैं?
भेड़ें तैयार की हैं हमने हजारों सालों के कठोर परिश्रम से !
उनकी ऊन, चमड़ी, हड्डियों, रक्त, मांस, मज्जा, मींगनियों सब पर हमारा अधिकार है!