वर्ल्ड कराटे फेडरेशन ने 14 भारतीय कराटे करो का रेफरी व जज का लाइसेंस को किया रद्द, क्या है मामला? जाने

मो जहांगीर
चीफ ब्यूरो

नई दिल्ली: खेलों में राजनीति के सक्रीय होने से प्रतिभावान खिलाडियों को जगह नहीं मिल पाती, खेलों के लिए अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय,राज्य व जिला स्तर पर संघ, महासंध है , प्रत्येक ओलम्पिक खेल का प्रतिनिधत्व उसके संबंधित अंतरराष्ट्रीय खेल महासंग द्वारा किया जाता है ,जो बदले में खेलो के दौरान अपने संबंधित खेलो में आयोजनों को संचालित करने में मदद करता है !

एक खेल को ओलंपिक खेल बनाने के लिए इसके अंतरराष्ट्रीय खेल संघ को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिती द्वारा मान्यता प्राप्त होना चाहिए अर्थात वर्ल्ड कराटे फेडरेशन जो अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा एक मान्यता प्राप्त महासंघ है। जो पुरे विश्व में कराटे प्रतियोगिता का नेतृत्व करता है और इसी महासंघ में भारतवर्ष के कई कराटेकरो को रेफरी, जज आदि का लाइसेंस निर्गत किया गया है ,

परंतु विगत दिनों से संघ विरोधी कार्य में संलिप्तता व अनियमिता रूप दिखा कर अपना प्रभाव बनाने की वजह से वर्ल्ड कराटे फेडरेशन तथा एशियन कराटे फेडरेशन द्वारा अपने तत्काल प्रभाव से 14 भारतीए रेफरी और जज के लाइसेंस को रद्द कर दिया बल्कि अपने महासंघ के ऑफिशियल वेबसाइट से नाम को भी हटा दिया !

रद्द किए गए लाइसेंसधारियों में प्रमजित सिंह (IND R 001), रजनीश चौधरी (IND R 008), योगेंद्र चौहान (IND R 006), डोमिनिक साभियो (IND R034), डॉन बास्को (IND R 174), सुनील कुमार पीलाभूलाथिल (IND R 040), हसरत अली खान (IND R 002), तरुण चक्रवती (IND R 11), अमित कुमार (IND R 061), देवाशीष मंडल (IND R 096), बुलंग मारिक (IND R 104), अशोक दारदा (IND R 164), विजेता (IND R 171) तथा राजकुमार (IND R 196) का नाम शामिल है !

बताते चले कि तत्काल में भारत का एक मात्र कराटे संघ कराटे इंडिया ऑर्गनाइजेशन है जो वर्ल्ड कराटे फेडरेशन, एशियन कराटे फेडरेशन, साउथ एशिया कराटे फेडरेशन द्वारा मान्यता प्राप्त है तथा कराटे इंडिया ऑर्गनाइजेशन में कई विंग है जो भारत के कराटे खिलाडियों को निखारने में प्रयासरत है।

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