रिजर्व बैंकऑफ इंडिया ने सभी बैंकों से ऐसे क्यों कहा कि उन्होंने अडानी की कंपनियों को जो भी जितने कर्ज दिए हो उसकी जानकारी दे?
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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सभी बैंकों से कहा है कि उन्होंने अडानी की कंपनियों को जो भी – जितने भी कर्ज दिए हों, उसकी जानकारी दे
हमारा कहना है कि इस जानकारी को देश की जनता को भी बताइ जाए कि 2014 के बाद अडानी को कितना लोन किस बैंक ने दिया है और किस आधार पर और किसके दबाव मे दिया है इस दलाल का नाम भी बताया जाये।
गौर तलब है कि मोदी के मित्र अदानी का 60% बाज़ार लुट चुका है। सिर्फ़ 40% बाकी है।
बचा है तो सिर्फ बॉन्ड और लोन का पैसा। यानी आधी से ज़्यादा लंका में आग लग चुकी है।मूर्खों की तरह ज्यादा खुश न हों। जो लुटा है, वह आपका ही कमाया हुआ पैसा है।
आनेवाले दिनों में अब यह 40% भी जब नहीं रहेगा, तब बैंकों के बाहर नोटबंदी जैसी कतारें दिख सकती हैं।इस दुर्भाग्य को खुद हमने बुलावा दिया है। ऐसा आगे न हो, इस पर बात कीजिए। पिछले हफ़्ते अडानी ने बैंकों को लगभग एक्स्ट्रा” 2400 करोड़ के अपनी कंपनियों के शेयर गिरवी”/”मार्जिन” में जमा किए.क्योंकि अडानी ने जिन शेयर को गिरवी रख कर 8500 करोड़ का लोन लिया था उन शेयर के भाव गिरे जा रहे है।
जो एक्स्ट्रा 2400 करोड़ के शेयर और दिए थे आज उनके भाव भी लगभग 50% घट कर 1200 करोड़ रह गए..अडानी को शायद कल और शेयर गिरवी रखना पड़ेगा..कल वापस गिरवी रखे शेयर के भाव गिर जाएंगे।
ये सिलसिला तब तक चलता रहेगा जब तक सारे बैंक बरबाद नही हो जाते और अडानी सड़को पर नहीं आ जाता।
अगर SEBI नाम की कोई संस्था है तो अडानी के शेयर में ट्रेडिंग को बंद कर दे और अडानी से क़र्ज़ वसूली की शुरु’आत करे.वरना अगले 30 दिनों में सब स्वाहा हो जाएगा ।
संवाद कृष्ण अय्यर