माना कि नरेंद्र मोदी ईमानदार और बे दाग है ऐसे में इस देशों में 38शेल कंपनियां किस महान चोरों की है?

पूरा देश ही अडानी का देश हैं। सारे भगोड़े देशभक्त हैं। नरेंद्र मोदी ईमानदार और बेदाग हैं। तो मॉरिशस जैसे देशों में 38 शेल कंपनियां किस महान चोर की हैं? कौन सा देशहित है जिसके लिए मोदी इस महाघोटाले की जांच कराने से भी डर रहा है और क्यों?

यह सारे फर्जी राष्ट्रवादियों की भी अग्नि परीक्षा है। जो
हर बार बहुत देशप्रेम. देशप्रेम रटते हैं, अब देखिए उनका क्या स्टैंड है? क्या वे सवाल पूछ रहे हैं?
अडानी से जुड़ी इन कंपनियों के जरिए कितने लाख करोड़ पार हुए हैं, ये बिना जांच के नहीं कहा जा सकता। लेकिन सवाल उससे भी गंभीर हैं।

अडानी की डिफेंस फर्म में एक शेल कंपनी इलारा का निवेश है और अडानी की डिफेंस फर्म रक्षा मंत्रालय, इसरो और डीआरडीओ के साथ काम करती है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मसला है। उस फर्जी कंपनी में किसका पैसा किस मकसद से लगा है, इसकी तुरंत जांच क्यों नही होनी चाहिए?

इसके अलावा, 38 शेल कंपनियां किसकी हैं? क्या अडानी ग्रुप के पास और शेल कंपनियां हैं? इन कंपनियों में किसका काला पैसा है? कहां से जा रहा है? सफेद होकर किसे आ रहा है? क्या इसका सत्ता में बैठी मोदी सरकार से कोई संबंध है? अगर नहीं तो इस पर अबतक रोक क्यों नहीं लगाई जा रही? मामला सामने आने के बाद भी मोदी सरकार खामोश क्यों है?

एक भ्रष्ट कारोबारी के लिए देश की संसद को क्यों नहीं चलने दिया जा रहा है? इस मामले पर मोदी सरकार को खुद चर्चा और जांच करानी चाहिए। मोदी सरकार क्यों भाग रही है? क्या इसका राजनीतिक चंदे से कनेक्शन है? ये सब स्वाभाविक सवाल हैं। जनता पूछ रही है जिसका जवाब मोदी जी को देना होगा।

जो सच में देशभक्त हैं वे ये सवाल पूछेंगे। जो फर्जी देशभक्त हैं और देश की आड़ में सिर्फ देश को लूट रहे हैं, वे भगोड़ों और लुटेरों के समर्थन में खड़े होकर महज बकवास ही करते रहेंगे।उनके पास इस से बढ़कर चाहकर भी शायद कोई दूसरा रास्ता नही है?

संवाद:
एक

अज्ञात देश भक्त

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